फर्रुखाबाद– प्रदेश की सरकार सरकारी दफ्तरों में भ्रस्टाचार खत्म करने के दावे तो लाख करती है लेकिन अधिकारी और कर्मचारी सरकारी धन को खुले आम लुट रहे है और दफ्तरों के बाबु तो कुछ इस कदर हावी है की उनको किसी भी बात का खौफ ही नहीं है।
मामला फर्रुखाबाद जनपद के सिचाई विभाग में तैनात बाबू मनोज कुमार और बड़े बाबु ,कैशियर स्वदेश दुबे के साथ सिचाई विभाग के एक्स्सियन सुशील कुमार की मिली भगत से लाखो रूपये सरकारी ट्रेजरी आफिस से बाबू मनोज ने निजी खातो में अवैध रूप से 39 लाख 90 हजार 341 रूपये का भुगतान करा लिया गया। वही बाबू मनोज बर्ष 2003 से फर्रुखाबाद के सिचाई विभाग में तैनात है । वर्ष 2010 से लगातार अभी वर्ष 2018 तक लाखो रूपये का निजी खातो में भगतान करा चूका है लेकिन जिले के अधिकारी अपनी कुम्भ्करनी नीद से जागने का नाम नहीं ले रहे है।
हालात यह है बाबू की शिकायत के बाद भी अधिकारी बाबु मनोज कुमार के साथ स्वदेश दुबे के साथ एक्स्सियन सुशील कुमार पर अधिकारी पिछले कई महीनो से जाच कराने की बात कह कर पल्ला झाड रहे है बही बाबु मनोज कुमार ने शिकायत के आधार पर फर्जी रूप से आफिस के फर्नीचर की खरीददारी समेत प्राइवेट मजदूरी समेत अन्य दर्जनों कार्यो के नाम पर तक़रीबन 39.90.341 लाख रूपये अपने जिले की बैंक आफ बरोडा साखा फतेहगड खाता संख्या 2436010001879 में बर्ष 2013 से लेकर वर्ष 2015 तक तक़रीबन 11.18.612 रूपये सरकारी ट्रेजरी आगीश के द्वारा भुगतान करवा लिया गया ।ख़ास बात यह रही इतनी बड़ी रकम किसी निजी खाते में ट्रासफर की जानकारी जिले के किसी भी अधिकारी के कानो कान कोई खबर नहीं हुई। जिले की ग्रामीण बैक भोलेपुर में भी सरकारी ट्रेजरी के द्वारा बर्ष 2015 से लेकर वर्ष 2017 तक खाताधारक बाबु मनोज कुमार ने खाता संख्या 044710110002377 में तक़रीबन 18.49.534 लाख रूपये सरकारी ट्रेजरी से भुगतान कार्बा लिया और बहु मनोज कुमार ने अपने तीसरे बैंक खाते ग्रामीण बैंक फतेहगड की खाता संख्या 15971 में बर्ष 2010 से लेकर बर्ष 2013 तक 9 लाख 22 हजार 195 रूपये सरकारी ट्रेजरी से अपने निजी खातो में ट्रांसफर करबा लिया मामले को बाबु मनोज कुमार अपने रसूख की दम पर दबाये रहा।
पिछले तक़रीबन 2 महीने पहले शिकायतकर्ता अभिषेक ने जब इस मामले पर्दा उठाया और शिकायत जिले की जिलाधिकारी मोनिका रानी से की तो आज तक जिलाधिकारी ने मामले की जाच पूरी नहीं करा पायी और खाना पूर्ति में लगी रही। जिलाधिकारी से जब इस मामले के लिए यूपी समाचार ने जब बात करने की कोशिश की तो मामले पर कैमरे के सामने बोलने से साफ़ मना कर दिया।
वही बाबू मनोज का कुमार जिले के सिचाई बिभाग से 31 मई को तबादला नलकूप खंड में हो गया है लेकिन आज भी अधिकारियो की मिलीभगत से उसको अपने कार्य से रिलिब नहीं किया गया ।वही जब पुरे मामले पर सिचाई अधिशासी अबियानता सुशिल कुमार से इस बाबत बात की गयी की बाबू मनोज कुमार के खाते में इतनी बड़ी सरकारी ट्रेजरी आफिस से निजी खातो ट्रासफर कैसे हुई तो तो सही जबाब तो कुछ नहीं दे पाए ।लेकिन सिकायत आने पर जाच कराये की बात कह कर यह भी साफ़ कर दिया की बह अपने बाबु के साथ कन्धा से कन्धा मिला कर खड़े है।
( रिपोर्ट- दिलीप कटिय़ार, फर्रूखाबाद )