न्यूज डेस्क– लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नोएडा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्वाण कार्य जल्द ही शुरु हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर के जेवर के निकट ‘नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ का विकास राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में एक है।
प्रोजेक्ट में दो रनवे बनाए जाएंगे। इसमें कुल 4 चरणों में पीपीपी मोड पर लगभग 15,754 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। वहीं एयरपोर्ट की यात्री क्षमता 6 करोड़ पैसेंजर प्रतिवर्ष और कार्गो की क्षमता 40 लाख टन प्रतिवर्ष होगी।
उन्होंने बताया कि इस एयरपोर्ट को सन् 2022 तक संचालित करवाने के लिए तय माइल स्टोन के साथ आवश्यक कार्रवाई प्राथमिकता से सुनिश्चित कराई जाएं। मंगलवार को लखनऊ में राज्य सरकार की चार इकाइयों- नागरिक उड्डयन निदेशालय, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथारिटी द्वारा एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
इसके माध्यम से जेवर एयरपोर्ट के विकास के लिए आगे की कार्रवाई की जाएगी। जिसकी परिकल्पना वर्ष 2000 में की गई थी। मगर 17 साल से लंबित चल रहे इस प्रोजेक्ट पर मौजूदा राज्य सरकार ने तत्परता से मात्र एक साल के भीतर साइट क्लीयरहेंस और इन प्रिंसिपल अप्रूवल प्राप्त करा लिया है।
प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के जरिए उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की छवि बेहतर करने के लिए निवेशकों को आकर्षित करने में मदद मिलेगी।
प्रमुख सचिव नागरिक उड्डयन ए.पी. गोयल ने बताया कि इस जल्द ही कंपनी का गठन कर भूमि अधिग्रहण करने और जमीन खरीदने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि नोडल एजेंसी यमुना एक्सप्रेस वे द्वारा कंसेशनयर / विकास कर्ता के चयन के लिए बिड डाक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है। जुलाई के अंत तक बिडिंग प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।
निदेशक नागरिक उड्डयन एस.एस. गंगवार ने बताया कि इस प्रोजेक्ट की तकनीकी, आर्थिक रिपोर्ट प्राइस वाटर हाउस कंसलटेंट कंपनी द्वारा तैयार की गई। इस रिपोर्ट के अनुसार कुल आठ गांवों की 1441 हेक्टेयर भूमि को खरीदा जाना या अधिग्रहीत किया जाना है।