फर्रुखाबाद– अपनी मांगो को लेकर जल सत्यागृह कर रहे फौजी का पुलिस ने आखिर 24 घंटे के बाद शांतिभंग में चालान कर दिया; लेकिन फौजी का कहना है की वह अभी यदि मांगे पूरी नही हुई तो जेल में भी सत्यागृह करेगा।
आपको बताते चले की परेशानी और समस्या समाधान के सारे रास्ते बंद हो जाने पर फौजी दयाराम कश्यप ने पांचाल घाट पर माँ गंगा के आँचल में खड़े होकर जल सत्याग्रह शुरू कर दिया था ।लेकिन प्रशासन को आंदोलन का यह तरीका बर्दाश्त नहीं हुआ। देर रात फौजी को गोताखोरों की मदद से जबरन निकालकर पुलिस हिरासत में कोतवाली भेज दिया गया।
फ़तेहगढ़ क्षेत्र के मोहल्ला नौगमा कैंट निवासी फौजी दयाराम कश्यप अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर बीते कई दिनों से अधिकारीयों की चौखट के चक्कर काट रहा था। लेकिन कोई कार्यवाही ना होने पर बीते दिन उसने गंगा जल में सत्यागृह किया था। देर रात तक मीडिया कर्मी के रहने तक पुलिस मौके की तलाश में रही वही जब मीडिया कैमरे हटते ही पुलिस ने सत्यागृह कर रहे दयाराम कश्यप को जबरन उठा लिया और लोहिया अस्पताल में भर्ती किया और फिर उसे कोतवाली ले आयी।
जल सत्याग्रह कर रहे फौजी को पुलिस ने लिया हिरासत में
प्रशासन व पुलिस के खिलाफ सैनिक का जल सत्याग्रह शुरू
पुरे मामले के बाद दोपहर बाद उसका शांति भंग में चालान कर दिया। मजे की बात यह है की दर्जनों पुलिस व प्रशासनिक अफसर होने के बाद भी एक अकेले आदमी को संतुष्ट नही कर पाए। फौजी का कहना है की यदि मांगे नही मानी गयी तो वह पुन: जल सत्यागृह करेगा बही एसपी म्रगेन्द्र सिंह ने पुरे मामले पर बताया की सैनिक सेना से बर्खास्त कर कर दिया गया और सेना में रहेते हुए भी कई बार अनुसासन हीनता का उस पर आरोप लग चूका है । उन्होंने बताया की फौजी दयाराम की मानसिक हालत सही नहीं लग रही है ।जिले में प्रशसनिक तंत्र पर दवाव बनाने की आये दिन कोशिश करता रहता है ।
(रिपोर्ट – दिलीप कटियार , फर्रुखाबाद )