बलिया — यूपी के बलिया जनपद में एक मुस्लिम महिला को उसके पति द्वारा मोबाइल से तीन तलाक देने का मामला सामने आया है। पीड़ित महिला के मुताबिक़ इंडियन एयरफोर्स में नौकरी करने वाले उसके शौहर का किसी लड़की से सम्बन्ध है ।
महिला सुरक्षा और अधिकार को लेकर अभिशाप बन चुका तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं ज़िंदगी को किस तरह बर्बाद कर रहा है ये देखने को मिला बलिया जनपद में जहां बैरिया थाना क्षेत्र की रहने वाली शगूफा खातून ने अपने पति पर मोबाइल से तीन तलाक देने का आरोप लगाया है। दरसल शगूफा की शादी 12 अप्रैल 2016 को घोड़हरा गावं में हुई।
इंडियन एयरफोर्स के बागडोगरा यूनिट में तैनात उसके शौहर जावेद इकबाल ने एक साल तक शगूफा के साथ हँसी खुशी ज़िंदगी जी फिर अचानक जावेद ने दहेज़ में और ज्यादा रकम की मांग करने लगा और उसी दौरान उसने एक लड़की का फोटो दिखा कर उससे शादी करने की धमकी भी देने लगा ।शगूफा के मुताबिक़ उसके पति ने मुस्लिम पर्सनल ला के आधार पर पांच सौ रूपये के चेक के साथ एक तलाकनामा भेजा और फिर मोबाइल से फोन कर तीन तलाक बोलकर उसके ज़िंदगी को तबाह और बर्बाद कर दिया।
व्हाटसप फेसबुक और मोबाइल से तलाक देने के किस्से शगूफा के परिवार वालों ने सुने तो उनके होश उड़ गए।शगूफा के परिजनों का आरोप है लड़के के ससुराल वालों ने दहेज़ के लालच और दूसरी लड़की से शादी करने की साजिश कर शगूफा की जिंदगी बर्बाद कर दिया। शगूफा के बड़े पिता कहा कि मोबाइल से तीन तलाक मान्य नहीं है और लड़के पक्ष द्वारा जो मुस्लिम परसनल ला बोर्ड की तरफ से तलाकनामा भेजा वो भी झूठा है। आसुओं के सैलाब में डूबे शगूफा के परिजन अब प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी से न्याय की गुहार है।वही पुलिस से इस मामले में एफआईआर दर्ज़ कराने के लिए परिजन दुबहड़ थाने पहुंचे तो पुलिस ने भी पीड़ित परिवार की कोई मदद नहीं की।
तीन तलाक का दंश झेल रही शगूफा अपने मायके में रहने को मज़बूर है और न्याय के लिए दरदर की ठोकरे खा रही है।हालांकि शगूफा ने इस माले को लेकर बलिया कोर्ट में भी एक मुकदमा दायर किया है।वही शगूफा के ससुर डॉ० इकबाल का कहना है की उनका बेटा सगूफा से शादी के राजी नहीं था पर परिवार के दबाव में उसेने शादी कर ली । मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के तहत हसना के जरिये उनके बेटे ने तलाक लिया है।
(रिपोर्ट-मनोज चतुर्वेदी,बलिया)