लखनऊ– उत्तर प्रदेश के शहरों में मेट्रो रेल का प्रॉजेक्ट लाने के बाद अब सरकार यूपी में देश की पहली आरआरटीएस (रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम) लाने की तैयारी कर रही है। इस हाई स्पीड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम को केंद्र सरकार से हाल में ही अनुमति मिली है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस प्रॉजेक्ट का विस्तृत प्रस्ताव मांगा था जिसे मंजूरी मिल गई है। अब दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के बीच चलाए जाने का आरआरटीएस प्रस्ताव को नैशनल कैपिटल रीजनल ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन को भेजा जाएगा।आरआरटीएस मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली को जोड़ेगी। इसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे की है लेकिन इसे 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। इसके चलने के बाद लोगों को मेरठ से दिल्ली पहुंचने में लगभग 30 मिनट ही लगेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि इस ट्रेन के चलने के बाद दिल्ली में आबादी को बोझ घटने की उम्मीद है। इस ट्रेन से आसपास रहने वाले यात्रियों को दिल्ली पहुंचने में कम वक्त लगेगा। जिससे एनसीआर में रहने वाले यात्रियों पर भीड़-भाड़ वाली दिल्ली में रहने का दबाव नहीं होगा।
केंद्र सरकार ने प्रॉजेक्ट के डीपीआर को मंजूर कर दिया है। इसे बनाए जाने में लगभग 33,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसे चलाए जाने के लिए मेट्रो लाइन से अलग 92 किलोमीटर आरआरटीएस लाइन बिछाई जाएगी। इसे बनाने का काम एनसीआरटीसी करेगा। यह प्रॉजेक्ट 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश के अधिकारियों की मानें तो वे मोनोरेल, बस रैपिड ट्रांसपोर्ट सिस्टम जैसा ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रदेश में लाने की सोच रहे हैं।