शिमला– देश के पहले वोटर श्याम शरण नेगी (100 साल) हिमाचल विधानसभा चुनाव में 13वीं बार वोट डालेंगे। आजादी के बाद 25 अक्टूबर, 1951 को देश में पहली बार वाेटिंग हुई। तब नेेगी ने पहला वोट डाला था।
नेगी अब तक 66 साल में 28 बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं। उन्होंने 5 बार वाेटिंग के तरीकों में आए छोटे-बड़े बदलावों को देखा है। वे हिमाचल प्रदेश इलेक्शन कमीशन के ब्रांड एम्बेसडर भी हैं। राज्य में 9 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे।
स्टेट के चीफ इलेक्शन अफसर पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया, ”श्याम नेगी कल्पा के मुहाल चीनी पोलिंग बूथ पर वोट डालेंगे। उन्हें पोलिंग बूथ तक लाने के लिए ईसी गाड़ी भेजेगा। उनके लिए बूथ पर रेड कारपेट बिछाएंगे।” नेगी पहली बार वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) से वोट डालेंगे। उन्होंने कहा, ”जब इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) आई, तब बहुत उत्सुकता थी कि अब मशीन पर कैसे वोट देंगे। जब वो कर लिया तो वीवीपैट का भी अनुभव कर लेंगे।”
बता दें कि पहले बैलेट पेपर पर ठप्पा लगाकर वोट डालने का नियम था। इसके बाद 1999 में इसकी जगह ईवीएम ने ले ली। 2013 में ईवीएम में नोटा का ऑप्शन आया। अब वीवीपैट का इस्तेमाल हो रहा है। इन सभी बदलावों को नेगी करीब से देख चुके हैं।
25 अक्टूबर, 1951 को हुए देश के पहले इलेक्शन में करीब 17 करोड़ वोटर थे, जो अब बढ़कर 80 करोड़ से ज्यादा हो चुके हैं। तब खुद वोट डालने के बाद नेगी ने गांव में घूमकर लोगों को मतदान की अहमियत समझाई थी।