लखनऊ– मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में आवागमन के लिए हम लोग भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुलाप चल रहे हैं। इसके अलावा इस विषय को लेकर india सरकार की गाइड लाइन को ध्यान में रखकर हमने एक खास रणनीति बनाई है।
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अगले सप्ताह india सरकार के साथ एक बैठक है, जिसमें हमारे अधिकारी जाएंगे और उन्हें अपनी रणनीति बताएंगे। उसके बाद भारत सरकार जो भी गाइड लाइन तय करेगी उसको उत्तर प्रदेश और एनसीआर में हम लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से दिल्ली और दिल्ली से उत्तर प्रदेश आने-जाने वाले लोगों के लिए हमने पास जारी किया है। दिल्ली ने जो पास जारी किए हैं, उसे उत्तर प्रदेश में अनुमन्य किया गया है और उत्तर प्रदेश ने जो पास जारी किए हैं, उसे दिल्ली में मान्य किया गया है।
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अनलॉक-1 के प्रथम चरण के तहत धार्मिक स्थल, कार्यालय, होटल, रेस्टोरेंट और मॉल्स को छूट दी जा रही है। इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इस संबंध में हमने सभी जनपदों के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आवश्यक निर्देश दे दिए हैं। हम लोगों ने यह तय किया है कि बाहर निकलने वाला व्यक्ति मुंह पर मास्क या फेस कवर जरूर लगाएं। कहीं भी बाहर न थूंके।
इसके अलावा यह भी व्यवस्था की गई है कि एक समय में एक जगह पर पांच से ज्यादा लोग कतई इकट्ठा न हों। मास गेदरिंग किसी भी स्थिति में न होने पाए। उन्होंने कहा कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च में जहां भी लोग अपनी आस्था के अनुसार जाना चाहें, स्वतंत्र हैं, लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पांच लोगों से ज्यादा लोग इकट्ठा न हो। ऐसी ही व्यवस्था हर एक कार्य के लिए की गई है।
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मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में वापस आए कामगारों एवं श्रमिकों को हमने सहृदयता के साथ गले लगाया। घर जाते वक्त उन्हें भरण-पोषण भत्ता देने के साथ ही राशन की किट भी उपलब्ध करवाई।
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एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूरे कोरोना संकट के दौरान कांग्रेस के खानदान या अन्य विरोधी दलों की उपस्थिति कहीं भी दिखाई नहीं पड़ी। ये लोग केवल सोशल मीडिया एवं बयान तक ही सीमित थे।