स्पोर्टस डेस्क– नॉटिंघम में खेले गए भारत-इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच में भारत ने सीरीज में वापसी करते हुए मेजबान टीम की बढ़त को 1-2 से कम कर दिया है। इस मैच में भारतीय टीम ने वापसी करते हुए इंग्लैंड टीम को 203 रनों से मात दी है।
मैच के पहले ही दिन से टीम इंडिया मेजबान टीम पर हावी दिख रही थी। भारत ने इंग्लैंड के सामने चौथी पारी में 521 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। आखिरी दिन बुधवार को रविचंद्रन अश्विन ने जेम्स एंडरसन (11) के रूप में इंग्लैंड का आखिरी विकेट 317 के कुल स्कोर पर लेकर भारत को सीरीज की पहली जीत दिलाई।
तो वहीं मैच की पहली पारी में 97 और दूसरी पारी में 103 रन बनाने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया। कप्तान कोहली ने मैच जीतने के बाद कहा कि वह इस जीत को केरल के बाढ़ पीड़ियों को समर्पित करते हैं।
खेल के तीनों फॉरमेट में शानदार प्रदर्शन की बदौलत आखिरकार इस टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने जीत का खाता खोला है। इंग्लैंड की धरती पर भारत ने 32 साल में पहली बार रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत दर्ज की है।
भारतीय टीम ने 1986 में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में 279 रनों से जीत दर्ज की थी। इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने लॉर्ड्स में 2014 में इंग्लैंड को 95 रनों से हराया था। अब विराट कोहली ने अपनी कप्तानी में यह बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है।
वैसे विदेशी धरती पर टीम इंडिया को रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत भी विराट की कप्तानी में मिली थी, जब भारत ने 2017 में श्रीलंका से गॉल टेस्ट 304 रनों से जीता था।भारतीय टीम चौथे दिन ही मैच अपने नाम कर लेती।
लेकिन जोस बटलर (106) और बेन स्टोक्स (62) के बीच पांचवें विकेट के लिए हुई 169 रनों की शतकीय साझेदारी के बाद आदिल राशिद (नाबाद 30) और स्टुअर्ट ब्रॉड (20) के बीच नौवें विकेट के लिए हुई 50 रन की उपयोगी साझेदारी के चलते उन्हें एक दिन और इंतजार करना पड़ा।