स्पोर्ट्स डेस्क — घरेलू मैदानों पर रनों का अंबार लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विदेशी मैदानों पर ‘मेमने’ साबित हुए. केपटाउन टेस्ट के बाद सेंचुरियन टेस्ट में भी भारतीय बल्लेबाजों के कमजोर प्रदर्शन के कारण टीम इंडिया को 135 रन की हार का सामना करना पड़ा है.
पांचवें दिन भारतीय टीम के सामने जीत के लिए 287 रन का लक्ष्य था लेकिन पूरी टीम पहले सेशन में ही 50.2 ओवर में 151 रन बनाकर शर्मनाक तरीके से आउट हो गई. भारतीय टीम ने आज सुबह जब, चौथे दिन के स्कोर 3 विकेट पर 35 रन से आगे खेलना प्रारंभ किया तो हर किसी को उम्मीद थी कि भारतीय टीम भले ही मैच न जीत पाए लेकिन उसके बल्लेबाज संघर्ष का जज्बा तो दिखाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. चेतेश्वर पुजारा के साथ भारतीय विकेट गिरने के जो सिलसिला प्रारंभ हुआ वह आखिरी विकेट के रूप में जसप्रीत बुमराह के आउट होने के साथ ही खत्म हुआ.
सेंचुरियन टेस्ट में मिली इस हार के साथ ही भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज गंवा दी है. तीन टेस्ट की सीरीज में भारतीय टीम अब 0-2 से पीछे है. ऐसे में तीसरे टेस्ट का चाहे जो भी परिणाम हो, उसका सीरीज हारना तय है. वैसे भी, शुरुआती दो टेस्ट में मिल हार के बाद टीम इंडिया के सामने अब क्लीन स्वीप से बचने की चुनौती होगी.
भारतीय बल्लेबाजी के लिहाज से देखें तो सेंचुरियन में विराट कोहली का पहली पारी का शतक (153 रन) ही खास रहा. अन्य बल्लेबाजों ने विकेट पर रुकने की इच्छाशक्ति दिखाए बिना ही दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाजों के सामने घुटने टेक दिए. वहीं अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज लुंगी एंगिडी ने दूसरी पारी में सर्वाधिक छह विकेट लिए.
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 335 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारतीय पारी 307 रन पर समाप्त हुई थी. दक्षिण अफ्रीका ने दूसरी पारी में 258 रन बनाए थे.वही भारतीय टीम 151 रनों पुर ही ढेर हो गई.रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 47 जबकि शमी ने 28 रन बनाए.