लखनऊ–प्रदेश में महाहड़ताल पर योगी सरकार की कोशिशें फेल होती नजर आ रही हैं। आज सुबह महासंघ नेताओं और चीफ सेक्रेटरी के बीच हुई वार्ता में फिर कोई परिणाम नहीं निकला। जिससे राज्यकर्मचारी कल से महाहड़ताल पर जाने के लिए अड़ गए।
वहीँ सीएम योगी ने कर्मचारी नेताओं से हड़ताल टालने की अपील की है।कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच की पूर्ण घोषित तीन दिवसीय हड़ताल को टालने के उद्देश्य से सीएम योगी ने कर्मचारियों से मुलाकात की। 11 प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर सीएम ने उनकी समस्याओं को संज्ञान में लिया है।सीएम योगी ने इतनी जल्दी पुरानी पेंशन पर निर्णय लेने में असमर्थता जताई। 2 महीने की मोहलत मांगते हुए मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को हड़ताल नहीं करने के लिए कहा है, जिस पर कर्मचारी शिक्षक अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच दोपहर 2:00 बजे डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ भवन में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में निर्णय लेगा और 5 बजे मीडिया को अपने निर्णय की जानकारी दी जाएगी।
सरकार के निरंकुश रवैये का विरोध करते हुए सरकारी कार्य न करने, तालाबंदी व हड़ताल कर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया गया। शिक्षकों ने शिक्षण कार्य न करने व भोजन योजना में सहयोग न करने व कर्मचारियों ने कार्यालयों में कोई कामकाज न करने का निर्णय लिया। मांगें न माने जाने पर 27 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे प्रदेश नेतृत्व के दिशा-निर्देश पर अनिश्चिकालीन हड़ताल की घोषणा की जाएगी। बता दें 40 लाख सरकारी कर्मचारी, टीचर,अफ़सर हड़ताल में शामिल होकर सांसद, विधायको को मिल रही पुरानी पेंशन का विरोध करेंगे। पुरानी पेंशन बहाली को पुलिस जवानों का पूरा समर्थन मिल रहा है। UP में पुरानी पेंशन बहाली अब तक का सबसे बड़ा आंदोलन माना जा रहा है। संयोजक हरिकिशोर तिवारी के साथ बड़े नेताओं ने आंदोलन की कमान सँभाली हुयी है। फिलहाल सरकार आंदोलनकारियों को मनाने की तैयारी में जुटी है।