लखनऊ–आइआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस को पत्थर मारकर उसके शीशे तोडऩे की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है। शरारती तत्वों ने एक बार फिर तेजस एक्सप्रेस को निशाना बनाया।
तेजस एक्सप्रेस पर सोमवार रात नई दिल्ली से वापसी के दौरान शरारती तत्वों ने सी-5 कोच और उसके पीछे के डिब्बों पर पथराव कर दिया। इससे उसके पांच शीशे चटक गए। मंगलवार रात ऐशबाग स्थित वॉशिंग लाइन में परीक्षण के दौरान कर्मचारियों को इसकी जानकारी मिली। रात को शीशे न बदले जाने से बुधवार को ट्रेन चटके शीशों के साथ ही रवाना कर दी गई। इस बारे में आइआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्विनी श्रीवास्तव का कहना है कि शीशों के क्षतिग्रस्त होने पर उनको रेलवे के कोचिंग डिपो में बदला जाता है।
बता दें पिछले महीने कानपुर और इटावा के बीच इस ट्रेन पर पथराव हुआ था। इससे आधुनिक सुविधाओं से युक्त इस ट्रेन के तीन शीशे चटक गए थे। तेजस के शीशों की सुपर क्वॉलिटी होने के साथ ही वह डबल लेयर व अनब्रेकेबल टेक्निक से बने हैं। इससे तेज पत्थर लगने से टूटने के बजाए शीशे महज चटक गए हैं।