बलिया–यूपी की स्वास्थ्य व्यवस्था किस हद तक चरमरा चुकी है इसका नज़ारा देखने को मिला बलिया जनपद के जिला चिकित्सालय में जहा इमरजेंसी वार्ड में मूगफली बेचने वाले से लेकर नारियल बेचने वाले खुलेआम घूम रहे है वही मरीजों के बेड पर चादर तक नसीब नहीं हो पा रही ।
ये हाल तब है जबकि महज़ चार दिन पहले ही देश के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने बलिया के जिला अस्पताल को बेहतरीन अस्पताल बनाने का दावा किया था। ज़िंदगी और मौत से जूझते मरीजों के दर्द और बेदर्द सिस्टम से बेहतर इलाज़ की उम्मीद में जिलाचिकित्सालय में आये मरीजों का कहना है की इससे बेहतर होता की प्लेटफार्म पर ही वार्ड बना दिए जाते । बलिया जिला चिकित्सालय में बदहाली और नाइन्तज़ामी का आलम ऐसा की वार्डों में लगे बेड पर चादर तक नहीं।
बलिया के इमरजेंसी वार्ड में तैनात इंचार्ज से जब पुछा गया की बेड पर चादरे क्यों नहीं है तो जबाब था की धोबी के पास साबुन नहीं है लिहाज़ा मैडम ने धोबी का मोबाइल नंबर दिया और जब धोबी से पूछा गया की साबुन क्यों नहीं है तो उसका जबाब मिला की सीएमएस साहब से पूछिए ।
यूपी के सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में हो रही लापरवाही के बाबत जब बलिया जिलाचिकत्सालय के सीएमएस से सवाल किया गया तो सीएमएस साहब नाराज़ हो गये और मीडिया को ही जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाते हुए कह डाला की वार्ड में कोई मूंगफली बेचता है तो मीडिया को रोकना चाहिए पर इस सवाल का जबाब नहीं दे पाए की वो खुद और उनका स्टाफ इमरजेंसी वार्ड में अनाधिकृत लोंगो को जाने से क्यों नहीं रोकता । रही बात चादरों की तो चादरे बेड पर बिछी रहती है बस मीडिया के आने का टाइमिंग सही नहीं था ।
गौरतलब है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल सहित प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एक अस्पताल के उदघाटन समारोह में आये थे जहा मंच से प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दावा किया था की बलिया के जिलाचिकत्सालय को जल्द ही बेहतरीन चिकत्सालय बनाया जाएगा।
(रिपोर्ट- मनोज चतुर्वेदी, बलिया)