कानपुर– कानपुर देहात में मुख्यालय स्थित पुलिस लाइन में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। लोग पानी को तरस रहे है। फायर बिर्गेड की गाड़ियां नगर पंचायत के पानी के टैंक लगे है। दरअसल आर आई की बेवकूफी के चलते पानी की टंकी खराब हो गयी है।
टंकी में कुछ तकनीकी खराबी आयी थी और आर आई ने 10 बोरी गिट्टी टंकी में डलवा दिया। लिहाज़ा टंकी की सारी पाइप लाइने चोक हो गयी और पूरी पुलिस लाइन में पानी की त्राहि त्राहि मच गई। ये समस्या पिछले 11 दिन से बनी हुई है और पानी की टंकी कब सही होगी इसका जवाब किसी के पास नही है। इस संदर्भ में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नही है।
कानपुर देहात की रिज़र्व पुलिस लाइन में , जहा सिर्फ पुलिस विभाग में कार्यरत लोगो का ही परिवार रहता है और यहाँ रहने वाले तकरीबन 2 हज़ार लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे है। दरअसल रिज़र्व पुलिस लाइन में लगी पानी की टंकी में कुछ तकनीकी खराबी आ गयी। जिसके बाद रिज़र्व पुलिस लाइन निरीक्षक चन्द्र भूषण पांडेय ने 10 बोरी गिट्टी मंगा कर पानी की टंकी में डलवा दिया। जिससे सप्लाई करने वाले पानी की टंकी के सारे पाइप चोक हो गए। लिहाज़ा पानी की मारा मारी शुरू हो गयी। नगर पंचायत से पानी के टैंकर मंगाए गए और महिलाए , छात्राए ,बच्चे , बुज़ुर्ग सबके सब पानी के लिए लाइन में लग गए।
रिज़र्व पुलिस लाइन में रहने वाले सभी परिवार परेशान दरअसल कुछ महिलाए गर्भवती और उनके पति सुबह ही नौकरी पर चले जाते है। लिहाज़ा उनके लिए बड़ी मुसीबत है। आखिर वो इस हालत में पानी कैसे लाये और हालात 11 दिन से ऐसे ही चल रहे है। ऐसे ही कुछ लोग बीमार है बावजूद इसके वो भी पानी के लिए मशक्कत कर रहे है। वही छात्राए पल्लवी व भूमि हैरान परेशान है स्कूल कालेज जाने में तमाम दिक्कते हो रही है स्कूल कालेज जाए तो पानी कौन भरेगा। जो रोज़ नहाते थे अब वो नहाने के लिए सोचते है और रिज़र्व पुलिस लाइन के आर आई साहब पानी में भी भेद भाव दिखा रहे है जो अधिकारी है उनके घर फायर ब्रिगेड की गाड़ी से पानी भरवा दिया जा रहा है और बाकी कर्मचारी 500 मीटर पैदल चल कर पानी भरे। ऐसा नही की किसी से शिकायत नहीं की गयी क्या एस पी और क्या जिलाधिकारी सबसे इस बात की शिकायत की गयी बावजूद इसके 11 दिन गुज़र गए हालात जस के तस बने हुए है ।
रिज़र्व पुलिस लाइन के प्रभारी भूषण पांडेय ने पहले तो कैमरे के सामने बोलने से साफ़ मना कर दिया फिर आफ द कैमरा बोले – आर आई साहब कह रहे है की मिस्त्री और मज़दूर से गलती हो तो क्या उन्हें फांसी दे दे।
(रिपोर्ट -संजय कुमार, कानपुर देहात)