न्यूज डेस्क– मुम्बई से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां जोगेश्वेरी में बालासाहेब ठाकरे ट्रॉमा केयर अस्पमताल के आइसीयू में चूहों का आतंक इतना बढ़ गया है कि कोमा मरीज की दायीं आंख को रात भर में चूहों ने पूरी तरह कुतर डाला।
इस घटना से स्त ब्धं परिजनों की परेशानी तब और बढ़ गयी जब अस्परताल ने पीड़ित के परिजनों की शिकायत तक नहीं सुनी और तो और इसे साजिश करार दिया।
15 दिन पहले ही कराया था भर्ती
15 दिन पहले ठाणे निवासी 27 वर्षीय परविंदर गुप्ताऔ को प्राइवेट अस्पाताल से यहां शिफ्ट किया गया था जिसके बाद वे कोमा में चले गए और दिमाग में सूजन के लिए उनका इलाज किया जा रहा था। डेढ़ साल पहले सड़क दुर्घटना में घायल परविंदर के दिमाग का दायां हिस्सा क्षतिग्रस्तु हो गया था। ठाणे अस्प ताल में उनकी सर्जरी की गयी लेकिन बिल 10 लाख होने के कारण उनके परिजन उन्हें जोगेश्वररी ले आए। यहां उनके लिए और भी मुसीबतें खड़ी हो गयीं हैं।
दायीं आंख खून से थी लथपथ
परविंदर के पिता रामपलट गुप्तात ने बताया, ‘सोमवार को मेरे एक रिश्तेगदार ने परिवंदर के सिर के पास घूमते चूहों को हटाया। इसके बाद हम सब सो गए थे। जब सुबह 6.30 बजे नींद से जगे तब हमने उनकी दायीं आंख से खून बहते देखा। जांच के बाद पता चला कि उन्हें चूहे ने काट लिया है। इसके बाद उन्हें आइसीयू भेज दिया गया। वहां हमें उनसे मिलने की भी अनुमति नहीं जब तक वहां के स्टािफ नहीं बुलाए।
अस्पताल प्रशासन ने नकारा
अस्पतताल के अधिकारियों ने इन दावों को नकार दिया और इसे साजिश बताया है। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एच भावा ने कहा, ‘हमारे अस्पनताल को बदनाम करने के लिए डॉक्ट रों का एक ग्रुप काम कर रहा है। ये उनकी ही साजिश है जिसके तहत उन्होंेने उस परिवार को झूठे आरोप लगाने को कहा होगा।‘ वहीं एक सीनियर डॉक्टेर ने कहा, ‘यह पहली बार नहीं है जब रिश्तेहदारों ने उनके सिर पर चूहा देखा। उनकी आंखें हमेशा अधखुली रहती हैं इसलिए चूहों के लिए ये कुतरना आसान है। और चूंकि वे कोमा में हैं, वे चिल्लाू भी नहीं सकते। शुक्र है कि उनके रिश्तेऔदारों ने देख लिया।‘
परिजनो को अस्पताल प्रशासन ने धमकाया
ऐसी घटना के बावजूद अस्पपताल अपनी लापरवाही को मानने के लिए तैयार नहीं। ऊपर से यहां के स्टानफ ने उनके कजिन को धमकी दे डाली जो वहां शिकायत दर्ज कराना चाहती थी। परविंदर की कजिन शिखा गुप्ता ने कहा, ‘मेरे भाई के आईबॉल को पूरी तरह से चूहे ने कुतर डाला है। जिसकी वजह से वहां बड़ा जख्मब हो गया है। जब मैंने शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की तब मेडिकल स्टालफों की ओर से मुझे धमकी मिलनी शुरू हो गयी। मैं दो बार इस शिकायत को लेकर उनके पास गयी लेकिन उन्हों ने इसे नहीं लिया।‘