लखनऊ–लोकसभा चुनाव-2019 अपने अंतिम पड़ाव पर है। ऐसे में एक से बढ़कर एक खुलासे हो रहे हैं। चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में कहीं किसी मंत्री के पास पीएम मोदी से भी दोगुनी संपत्ति है तो कहीं प्रत्याशियों के रूप में अपराधियों का बोलबाला है।
सबसे पहले बात करते हैं गाजीपुर से चुनाव लड़ रहे मनोज सिन्हा की। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के पास पीएम मोदी से भी दुगनी संपत्ति है। इनके पास 4 करोड़ से अधिक की अकूत संपत्ति है तो वहीं पीएम मोदी के पास सिर्फ ढाई करोड़ की संपत्ति है। हालांकि दो प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके पास कोई संपत्ति नहीं है। जिसमें महाराजगंज से जय हिंद समाज पार्टी के शिवचरण और सलेमपुर से निर्दलीय प्रत्याशी सुनील पांडे के पास कोई संपत्ति नहीं है।
करोड़पति उम्मीदवारों का जलवाः
करोड़पति उम्मीदवारों में महाराजगंज से बीजेपी उम्मीदवार पंकज चौधरी के पास 37 करोड़ से अधिक की संपत्ति, कॉन्ग्रेस के कुशीनगर प्रत्याशी कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह के पास 29 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।
अपराधियों का बोलबालाः
7वें चरण में सबसे ज्यादा गंभीर अपराध वाले 36 उम्मीदवार मैदान में हैं , जबकि 43 पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पहले चरणों की अपेक्षा 7 वें चरण में 4 प्रतिशत अपराधी प्रत्याशियों की बढोत्तरी हुई है। 2014 में इन्ही 13 सीटों पर 19 प्रतिशत प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे । 2019 लोकसभा 7वें चरण में ये आंकड़ा बढ़ गया और 23 प्रतिशत अपराधी उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं। सबसे ज्यादा अपराधिक मामलों के साथ अतीक अहमद के पास संपत्ति भी टॉप 3 उम्मीदवारों में है। 7वें चरण में अतीक अहमद का अपराध के मामलें प्रथम स्थान है। वहीं बनारस से कांग्रेस के प्रत्याशी अजय राय का दूसरा स्थान है ।अतीक अहमद के पास 25 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।