लखनऊ–लखनऊ नगर निगम खुद की अच्छी छवि बनाने के चक्कर में कुछ ऐसा कर बैठा कि अब सबंधित अधिकारियों से मामले पर जवाब देते नहीं बन रहा है।
पूरा शहर छुट्टा मवेशियों से परेशान हैं लेकिन नगर निगम को इंदिरानगर के जरहरा में बनी राधा उपवन गोशाला में रखने के लिए ही गायें नहीं मिल रहीं। नगर निगम अफसरों ने यहां रखने के लिए छुट्टा गायें पकड़ने की भी जहमत नहीं उठाई। उद्घाटन के वक्त मंत्री को खुश करने के लिए कान्हा उपवन से उधार गायें मंगवा लीं और मंत्री के जाते ही इन्हें वापस भेज दिया। अब ये अफसर गोशाला की मरम्मत का हवाला देकर लीपापोती में जुट गए हैं।
इंदिरानगर के इंदिरा प्रियदर्शिनी वॉर्ड के जरहरा गांव में राधा उपवन नाम से नई गोशाला बनाई गई है। नगर निगम अफसरों ने 15 जनवरी को कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन से इसका उद्घाटन करवाया। उद्घाटन के समय मंत्री और मंच पर मौजूद महापौर संयुक्ता भाटिया ने अफसरों की जमकर तारीफ की, लेकिन बाद में पता चला कि अफसरों ने जिन गायों को गोशाला में रखकर उद्घाटन करवाया था, वे कान्हा उपवन से लाई गई थीं, ताकि मंत्री और महापौर यह समझें कि गोशाला में गायों की सेवा शुरू हो गई है। यही नहीं, अफसरों ने आसपास के घरों से भी गायें मंगवाई थीं। उद्घाटन समारोह के बाद वे लोग भी अपनी गायें लेकर चले गए। फिलहाल राधा उपवन गोशाला में सन्नाटा पसरा है। वहां एक भी गाय नहीं है।
नगर निगम अफसरों के इस कारनामे पर पार्षदों में काफी नाराजगी है। कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्रा का कहना कि जब गोशाला तैयार नहीं थी तो इसका उद्घाटन करवाने की जल्दबाजी क्यों की गई? अफसरों ने वाहवाही बटोरने के लिए आधे अधूरे काम के बीच उद्घाटन करवा दिया।