मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस को कुछ इस अंदाज़ में दिया जोरदार जवाब…

नई दिल्ली–आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लिया। यहां विपक्ष के भारी शोर-शराबे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के आरोपों का जोरदार तरीके से जवाब दिया। 

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बिना नाम लिए जहां कांग्रेस के परिवारवाद पर ताना मारा, वहीं सहयोगी दलों का गुणगान कर उन्हें साधने की भी कोशिश की। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आंध्र प्रदेश और चुनावी राज्य कर्नाटक का कई बार जिक्र किया। पीएम ने अपने भाषण में कभी शायरी तो कभी आंकड़ों से कांग्रेस के हर आरोप को खारिज कर दिया।

प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि – ‘राष्ट्रपति का भाषण किसी दल का नहीं होता है, राष्ट्रपति के भाषण का सम्मान होना चाहिए। सिर्फ विरोध के लिए विरोध करना कितना उचित है?’ इस दौरान प्रधानमंत्री ने एक ओर जहां आंकड़ों के जरिए अपनी सरकार की उपलब्धि बताई वहीं कांग्रेस पर हमला भी बोला। इस दौरान कांग्रेस समेत टीडीपी के सांसदों ने लोकसभा में ‘झूठा भाषण बंद करो’ के नारे लगाए। एक ओर प्रधानमंत्री जहां लगातार बोलते रहे वहीं विपक्ष के सांसद भी पूरे भाषण के दौरान नारेबाजी करते रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा- जब हम नए राज्यों के निर्माण के बारे में बात करते हैं, हमें याद रहेगा कि जिस तरह से अटल बिहारी वाजपेयी जी ने उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ को बनाया था। उन्होंने दिखाया कि दूरदर्शी निर्णय कैसे किया जाता है।

पीएम ने नाराज सहयोगी टीडीपी को खुश करने की भी कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘श्रीमान राजीव जी ने खुलेआम दलित मुख्यमंत्री को अपमानित किया था। ये तेलगुदेशम पार्टी, ये एनटी रामाराव उस अपमान की आग में से पैदा हुए थे। रामाराव को उस अपमान का बदला लेने के लिए अपना फिल्म करियर छोड़कर राजनीति में आना पड़ा था। इस देश में 90 से अधिक बार अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग करते हुए राज्यों में उभरती पार्टियों को फेंक दिया गया। आपने पंजाब में अकालियों के साथ क्या किया?’ 

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