यूपी के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक इमरान मसूद ने सपा का दामन छोड़ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल हो गए हैं. राजधानी लखनऊ में बुधवार को मसूद ने बसपा सुप्रीमों मायावती से मुलाकात कर सदस्यता ग्रहण की. सहारनपुर से विधायक रहे इमरान मसूद वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से सपा में शामिल हुए थे. बसपा ज्वाइन करने बाद इमरान मसूद ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लेकर बयान दिया है. मायावती ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर मसूद का स्वागत किया है.
इमरान मसूद ने अपने बयान में कहा ‘अखिलेश यादव ने वादे नहीं पूरे किए. भाजपा का विकल्प केवल बसपा ही हो सकती है. कांशीराम के मिशन को आगे बढ़ाएंगे. जिस मकसद से सपा को ज्वाइन किया था वह पूरा नहीं हुआ है. जब सपा मजबूत होती है, तब भाजपा भी मजबूत होती है. लेकिन, जब बसपा मजबूत होती है, तब भाजपा कमजोर होती है. मुसलमानों ने सपा को खूब वोट दिया, फिर भी सरकार नहीं बन पाई. ऐसे में अगर प्रदेश में भाजपा का कोई विकल्प है तो, वह बसपा ही है.’
इमरान मसूद के बसपा में शामिल होने पर मायावती ने लगातार 4 ट्वीट किये. पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘उत्तर प्रदेश व ख़ासकर पश्चिमी यूपी की राजनीति में श्री इमरान मसूद एक जाना-पहचाना नाम है, जिन्होंने आज अपने करीबी सहयोगियों के साथ मुझसे मुलाकात की और वे समाजवादी पार्टी छोड़कर, अच्छी नीयत व पूरी दमदारी से काम करने के वादे के साथ, बीएसपी में शामिल हो गए, जिसका तहेदिल से स्वागत.’
मायावती ने दूसरे ट्वीट में लिखा ‘साथ ही, पार्टी में काम करने के इनके जबर्दस्त जोश व उत्साह को देखकर आज ही उन्हें पश्चिमी यूपी बीएसपी का संयोजक बनाकर वहाँ पार्टी को हर स्तर पर मज़बूत बनाने व ख़ासकर अक़लीयत समाज को पार्टी से जोड़ने की भी विशेष ज़ि़म्मेदारी सौंपी गई.’
बता दें इमरान मसूद सहारनपुर में सबसे बड़े जनाधार वाले नेता हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वेस्ट यूपी के सियासी दिग्गज रहे मरहूम काजी रशीद मसूद की राजनीतिक विरासत को उनके भतीजे पूर्व विधायक इमरान मसूद संभाल रहे हैं. खासतौर पर मुस्लिम मतदाताओं पर उनकी खासी पकड़ है. इस बात का सबूत इमरान मसूद कई बार दे चुके हैं. 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव या 2014 व 2019 के लोकसभा चुनाव के परिणामों में साफ देखने को मिला है.