लखनऊ — राजधानी लखनऊ के गोमती नगर स्थित पिकप भवन में बुधवार शाम लगी भीषण आग में औद्योगिक विकास विभाग, यूपीएसआईडीसी, वन विभाग, एड्स कंट्रोल विभाग समेत कई दफ्तर जलकर राख हो गए.
बताया जा रहा है कि इन दफ्तरों में रखी कई महत्वपूर्ण फाइलें भी जलकर खाक हो गई हैं.वहीं इस अग्निकांड को गंभीरता से लेते हुए सीएम योगी ने नाराजगी जताई है, और जांच कमेटी गठित कर 48 घंटों के अंदर रिपोर्ट तलब की है.
दरअसल गोमती नगर स्थित पिकप भवन के ए-ब्लॉक में बुधवार शाम दूसरी मंजिल पर भीषण आग लग गई थी. आग देखते-देखते इमारत की छठी मंजिल तक के दफ्तरों तक फैल गई थी. इसकी चपेट में कई महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज राख हो गए थे. दमकल की 18 गाड़ियों ने लगभग 3 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका. पहली नजर में आग की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है.
वहीं इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सीएम योगी ने एडीजी इंटेलीजेंस एसपी शिरोडकर,यूपीएसआईडीसी के संयुक्त प्रबंध निदेशक पीके पांडे और लखनऊ के चीफ फायर अफसर विजय कुमार सिंह की 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है. यह कमेटी आग लगने के कारणों के अलावा इस हादसे की जिम्मेदारी भी तय करेगी.
सूत्रों की माने तो आग लगने के बाद मौके पर चर्चाओं का बाजार गर्म था. लोग चर्चा कर रहे थे कि गुरुवार से कई विभागों के ऑडिट शुरू होने थे.हो सकता है ऑडिट के डर से यह आग लगाई गई हो ताकि घोटालों की पोल न खुले. यहीं नहीं इसी बिल्डिंग में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का दफ्तर भी है, जो कि आग में जलकर राख हो गया. आयोग पर भर्ती में घपले का भी आरोप है.