फर्रुखाबाद– उत्तर प्रदेश में आये दिन शराब पीकर मौतों की खबरे आये दिन आती रहती है और जब प्रदेश में कोई बड़ी घटना सामने आ जाती है तो आबकारी विभाग अपनी कुम्भकरणी नींद से जाग जाता है ।
दरअसल फर्रुखाबाद जनपद के कोतवाली सदर इलाके में तक़रीबन आधा दर्जन सरकारी ठेकों की लाइव तस्वीरें सब कुछ बयां कर रही है। हालत यह है सरकारी आदेश के अनुसार सरकारी शराब की दुकानें दिन में 10 बजे खुलना चाहिए लेकिन फर्रुखाबाद के सदर इलाके में सरकारी शराब के ठेके 24 घंटे खुले रहते है और बंद दुकानों के पीछे से खुला खेल शराब माफिया खुलेआम चलाते है लेकिन इस पर जिले की आबकारी अधिकारियो को नजर नहीं जाती या फिर नजर ले जाने की जरुरत नहीं समझते, या यु कहे नजर न रखने की कीमत अधिकारियो के पास पहुँचती रहती है ।
वही जिले की सदर इलाके की पुलिस चौकियो के महज 100 मीटर दुरी पर मौजूद सरकारी शराब के ठेकों पर पुलिस भी आखे बंद किये हुए है।
बाराबंकी में हुई मौतों के बाद जब सदर इलाके के सरकारी ठेकों पर पड़ताल की तो हालत बेहद ही चौकाने वाले थे और सभी ठेकों पर सुबह से ही शराब की अवैध बिक्री खुलेआम हो रही थी लेकिन इसको देखने वाला कोई नहीं हालात यह है।
ठेके आगे से तो बंद लेकिन या तो गेट से कटे हुए होल से शराब देने के साथ दीवारों में होल बना कर सरकारी ठेकों पर बिक्री खुलेआम चल रही थी।
वही जब पूरे मामले पर जिले के आबकारी अधिकारी संजय गुप्ता से अबैध शराब पर सवाल किया गया तो वह जिले में अवैध शराब कारोबार न होने का दावा करते हुए अपना पल्ला झाड लिए लेकिन कैमरे में कैद तस्वीरों को नकारना आबकारी विभाग के लिए बेहद ही मुश्किल है।
(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)