सरकारी तालाब पर भू-माफियाओं का कब्जा

फर्रूखाबाद– जिले में ज्यादातर तालाबों पर अवैध कब्जा होने की वजह से तालाबों का अस्तित्व समाप्ति की कगार पर है। तालाबों को कब्जा मुक्त कराने के निर्देश शासन ने दिए। 

इसके बाद प्रशासनिक कार्यालयों में अधिकारियों द्वारा कार्ययोजना भी तैयार की गई। तालाबों से अवैध कब्जा मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन ने एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन भी किया। लेकिन इसके बाद भी तालाबों को अवैध कब्जा मुक्त कराने में प्रशासन नाकाम होता दिख रहा है। शासन की हिदायत के बाद भी अवैध कब्जा मुक्त कराने के दावे कागजी कार्रवाई तक सिमट कर रह गए है। जिले में ज्यादातर तालाब सूखे गए है। तालाबों का अस्तित्व समाप्त होने के कारण भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है, पशु पक्षी भी पानी को तरस रहे है। जिले में ऐसी कोई ग्राम पंचायत नहीं है, जहां तालाबों पर अवैध कब्जा न हो। तहसील स्तर पर अतिक्रमण हटाओं टीम बे मतलब साबित हो रही है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि फर्रुखाबाद के सटीक लगे ढिलाबल चौराहे के पास बने सरकारी तालाब पर भू-माफियाओ से प्रशासन अवैध कब्जा हटवाने में नाकाम हो रहा है।

भू-माफियाओ ने सरकारी तालाब पर ही कब्जा जमा लिया और प्लाटिंग करवा कर मकान भी बनवा दिया । प्लॉट तक पहुचने के लिए सरकारी तालाब में से मिट्टी का भराव करके रास्ता निकाल दिया । जब इसकी शिकायत संजय सिंह ने जिलाधिकारी से की तो कोई भी सुनवाई नही हुई फिर संजय सिंह ने शिकायत मुख्यमंत्री से की । तब जा कर प्रशासन की कानो में भनक पड़ी और कार्यवाही करने के लिए गए लेकिन भू माफियो ने कार्यवाही को वही रुकवा दिया ।भू-माफियाओ के आगे  नतीजा जीरो निकला ।भू-माफियाओ फिर से सक्रिय हो गए और मनचाही जगह पर प्लाटिंग करवाने लगे ।जब इस मामले में तहसीलदार प्रदीप कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि इस पर जांच हो रही है ।

आपको बता दें कि लेखपाल ने रिपोर्ट में साफ स्पष्ट लिख दिया है कि भू माफियो ने जो रास्ता निकाला है वह सरकारी तालाब है ।लेकिन फिर भी फर्रुखाबाद के अधिकारी कारवाही नही कर रहे है ।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद) 

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