लखनऊ–राजधानी लखनऊ में इस समय अवैध अस्पताल धड़ल्ले से फल- फूल रहे हैं। दूसरी तरफ ठंड आते ही अफसरों की छापेमारी भी ठंडी पड़ गई है। ऐसे में अवैध अस्पतालों में खुलेआम मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है।
बता दें राजधानी में 5000 अवैध अस्पताल संचालित हैं ; जिनमे से सीएमओ कार्यालय से 900 अस्पताल ही पंजीकृत हैं। ये अस्पताल सीतापुर रोड, रायबरेली रोड पर स्थित हैं और डॉक्टर भी बिना मानक पूरे किए धड़ल्ले से अवैध अस्पताल चला रहे हैं। इतना ही नहीं स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की लापरवाही भी सामने आई है। राजधानी के हर गली मोहल्ले में अवैध अस्पताल संचालित हो रहे हैं। इस अस्पतालों में 5 बेड का हॉस्पिटल बना रखा है किंतु मरीज़ों से अवैध वसूली के नाम पर बताते है कि आपको ICU में रखना पड़ेगा और लाखों रुपये वसूलते हैं।
सरकार द्वारा क्षेत्रों में तैनात आशा बहुवें भी गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीज़ों को सरकारी हॉस्पिटल में न ले जाकर उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटलों में ले जाकर भर्ती करवाती है और मोटा कमीशन लेती हैं। इस तरह का कारोबार प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खुलेआम चल रहा है। किंतु शासन प्रशासन आँख व कान बंद करके सिर्फ तमाशा देखने मे मस्त है।