एटा–अक्सर लोग दूसरों से अलग दिखने के लिए क्या क्या नहीं करते हैं। कोई अपनी अलग पहचान बनाने के लिए अलग तरह के कपड़े पहनना पसंद करता है तो कोई बालों को अलग तरह की स्टाइल में सवारता है। तो कोई अपने पसंदीदा फिल्म स्टार जैसे बाल रखना पसंद करता है, लेकिन हम आज आपको बताने जा रहे हैं एक ऐसे शख्स को जिसने अपनी मूछों के चलते अपनी अलग ही पहचान बनाई है।
ये कोई और नहीं बल्कि ठाकुर रामसिंह है। रामसिंह को देखते ही शराबी फिल्म का एक डायलॉग मन की स्मृति में तरोताजा हो जाता है कि मूंछे हो तो नत्थूलाल जैसी वरना ना हो ? ऐसा सब सोचते हैं मगर नत्थूलाल जैसी मूंछे रखना हर किसी के बस की बात नहीं। जब इंसान अपने अजब गजब शौक को जुनून की शक्ल में बदल देता है तो वही शौक उसकी पहचान बन जाता है औरर इसी अनोखी पहचान के कारण दुनिया उसे सलाम भी करती है।
अपनी मूंछों के बल पर अदभुत कारनामा करने वाले ये शख्स बरेली जिले के भुता थानाक्षेत्र के ग्राम मटकापुर में रहने वाले 60 वर्षीय ठाकुर रामसिंह है। एटा के नगला केवल में भागवत कथा में शिरकत करने आये रामसिंह ने शहीद पार्क में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने अपनी मूछों का प्रदर्शन किया। राम सिंह ने स्नातक की शिक्षा ग्रहण कर आवला स्थित इफको कंपनी में जीएम की नौकरी करने वाले घुड़सवारी, संगीत , बांसुरी, ढोलक, हरमोनियम तथा कथा भागवत को शौक रखने के साथ ही खेती से जुड़े राम सिंह की मूंछे उनकी फसल की तरह हर वक्त लहलहाती रहती हैं। रामसिंह ने लम्बी मूंछें रखने के अपने शौक को जुनून में ढाल दिया और नतीजा यह हुआ कि आज उनकी मूछ तकरीबन 21 फीट से भी ज्यादा लम्बी हैं। 40 साल से इन मूंछों का ख्याल रख रहे रामसिंह के लिए इसे सहेजना आसान नहीं था। लेकिन रामसिंह को अपनी लम्बी मूंछ से इतना मोह था कि उन्होंने दिल लगाकर अपनी मूंछों की सेवा की। हर तीसरे दिन जेतून का तेल, देशी जड़ी बूटी से मूंठ को लम्बा करते हैं। यह शौक उन्हें वर्ष 1982 में एक पत्रिका में पढ़ने और राजस्थान के एक व्यक्ति की लम्बी मूंछ देखकर लगा था। आज इसी का नतीजा है कि चांदी की लम्बी डोर जैसी इन मूंछों को देखकर अच्छे-अच्छे लोग भी हैरत में पड़ जाते हैं।
उससे बड़ी हैरत की बात ये है कि रमासिंह की इस अदभुद आन- बान और शान को लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज कराने के लिए आतुर है। वहीं अपनी लम्बी मूछों के खातिर अपनी अलग पहचान बनाने वाले राम सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सैफई में उनका सम्मानित किया औरर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें गाजियाबाद के एक कार्यक्रम में भी पुरुस्कृत किया था।
(रिपोर्ट – आर. बी. द्विवेदी , एटा )