कानपुर देहातः जज्बात और बुलंद इरादों से असंभव कार्य भी संभव हो जाते है। ऐसे ही एक मामले को तेज तर्रार युवा आईएस (IAS) अधिकारी ने आजादी के 70 साल बाद से विवादित पड़ा चकरोड दो घंटे में बनवाकर अपने बुलंद इरादों की मिसाल ही नही पेश की बल्कि नौकरशाही की झलक भी दिखाई।
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बताते चलें जिले के युवा मुख्य विकास अधिकारी (IAS) जोगिन्दर सिंह से सोशल मिडिया में विकास खण्ड संदलपुर की ग्राम पंचायत सधवापुर का मजरा उदयपुर में 250 मीटर विवादित चकरोड आजादी के लगभग 70 सालों से न बनने की शिकायत ग्रामीडो द्वारा की गयी थी। इन 70 वर्षों से ग्रामीण अधिकारियों से शिकायत कर के थक हार कर बैठ गए थे क्योंकि इन 70 सालों में उनकी सुध लेने वाला कोई भी अधिकारी आगे नहीं आया।
70 साल पुराना मामला 2 घण्टे में सुलझ
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मौजूदा सीडीओ के सामने 70 साल पुराने विवादित मामले को लॉकडाउन के चलते सुलझाना बड़ी चुनौती थी। फिर भी तेजतर्रार मुख्य विकास अधिकारी ने समस्या को बड़ी गंभीरता से लिया और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को चकरोड निर्माण का आदेश दिया।आदेश मिलते ही विवादित ढाई सौ मीटर चकरोड का कार्य ढाई सौ मजदूरों द्वारा 2 घण्टे में पूरा कर दिया गया। युवा अधिकारी की सूझबूझ से लोगों को इस कार्य में डबल फायदा हुआ कि 70 साल पुराना मामला 2 घण्टे में सुलझ गया और लॉक डाउन के चलते लगभग ढाई सौ गरीब मजदूरों को रोजगार भी मिल गया।
उनके इस कार्य में तहसीलदार सिकंदरा पंचायत अधिकारी विपिन त्रिपाठी तकनीकी सहायक ऋषि चौकी इंचार्ज संदलपुर रोजगार सेवक राजनारायण प्रधान फूल सिंह ने सहयोग किया।
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(रिपोर्ट- संजय कुमार, कानपुर देहात)