एटा —प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा और संवेदना से जुड़े मामलों को लेकर त्वरित कार्यवाई करने के लाख निर्देश दे रही हो लेकिन यूपी पुलिस उन आदेश को कितनी गंभीरता से ले रही है। इसकी बानगी एक बार फिर एटा में देखने को मिली है।
पति की हैवानियत का शिकार उसकी पत्नी और चार बच्चे दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। पत्नी और बेटियों को घर पहुंचने पर सरेआम पिटाई की जाती है और जब पीड़ित स्थानीय थाना पिलुआ पुलिस के पास न्याय की गुहार लगाती है तो उसकी कोई सुनवाई नहीं होती। पिछले दो महीने से पति की प्रताड़ना का शिकार एक मॉं अपनी चार बेटियों के साथ पुलिस के आला अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा लगाकर थक गई है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है।
दरअसल ये पूरा मामला पिलुआ थाना क्षेत्र के भदुआ गॉंव की रहने वाली महिला प्रवेश का है जो उपनी चार बेटियों के साथ पिछले दो महीनों से इलाका पुलिस ने न्याय की फरियाद लगा लगाकर थक चुकी है। प्रवेश का आरोप है कि उसके पति सतवीर सिंह का दूसरी महिला से अवैध संबध है जिसके चलते वो लगातार उसे और उसकी बेटियों को प्रताड़ित करता रहता है और आये दिन उनके साथ मारपीट की जाती है। हद तो तब हो गई जब दो दिन पूर्व उसने दूसरी पत्नी लाने की धमकी दे कर पत्नी सहित चारों बेटियों की लाठी-डंडों से पिटाई कर पत्नी व बेटियों को घर से निकाल दिया। पीड़िता जब अपनी बेटियों को लेकर घर पहुंची तो सरेआम पति ने लाठियों से उसकी और बेटियों को जमकर पिटाई की और जान से मारने की धमकी देते हुए घर से निकाल दिया।
पीड़िता अपनी बेटियों को लेकर अपनी व्यथा इलाका पुलिस को बताई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुयी जिसके चलते आरोपी पति के हौसले पूरी तरह बुलन्द है। इलाका पुलिस द्धारा कोई सुनवाई न किये जाने के बाद पीड़िता अपनी बेटियों के साथ एस एस पी कार्यालय पहुंची और अपनी आप-बीती सुनाई जिसके बाद ए एस पी के निर्देश के बाद इलाका पुलिस को मामला दर्ज कर आरोपी के खिलाफ कार्यवाई किए जाने के निर्देश दिये गये है।
(रिपोर्ट -आर. बी. द्विवेदी , एटा )