एक ऐसा सरकारी अस्पताल, जहाँ सुबह से ही कर्मचारी हो जाते हैं शराब के नशे में धुत

एटा– उतर प्रदेश में योगी सरकार अपने कर्मचारियों को सुधारने ने लिए कितने भी जतन कियो ना कर ले लेकिन कर्मचारी है कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे है। आये दिन कही ना कही कर्मचारियों की शिकायते मिल ही जाती है। 

ताजा मामला एटा के एक समुदायक स्वास्थ का है जहाँ अस्पताल कर्मी सुबह से ही अस्पताल में शराब पीना शुरू कर देते है। जिसकी शिकायत कई बार की गयी है लेकिन स्वास्थ विभाग के अधिकारी अपनी आँख बंद कर बैठे है। इतना ही नहीं इस अस्पताल में कर्मचारी कभी भी समय से नहीं आते है। और मरीज यहाँ घंटो इन्तजार करते रहते है। लेकिन कर्मचारी अपनी आदत से बाज नहीं आते है। वही जब इस अस्पताल में जब एक मीडिया कर्मी इस खबर कबरेज करने गया तो दबंग कर्मचारी ने अपने साथियो के साथ मिल कर उसका कैमरा भी छीन लिया। बड़ी मुश्किल के बाद उसका कैमरा बापिस किया गया। जब इस बारे में मुख्य चिकत्सा अधिकारी से बात की गयी तो पहले तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। लेकिन जब ज्यादा पूछा गया तो मुख्य चिकत्सा अधिकारी मामले की जांच करा कर कार्यबाही की बात कर रहे है।

जनपद एटा में सरकारी अस्पतालो की स्थित बहुत ख़राब होती जा रही है। हम ये कहे कि जनपद का स्वास्थ विभाग बीमार हो गया है तो गलत नहीं होगा। अधिकतर अस्पतालों में तो स्थित बदहाल बनी हुई है। वही अलीगंज अस्पताल की स्थिति बहुत ख़राब है यहाँ डॉक्टर हो या कर्मचारी कोई भी समय से नहीं आते है। इसकी बजह से यहाँ आने वाले मरीजों को बहुत परेशानी होती है। क्योंकि सुबह से ही यहाँ मरीजों की लम्बी लम्बी लाइन लग जाती है ,लेकिन कर्मचारी यहाँ समय से कभी नहीं आते है। बताया जाता है कि अस्पताल में आज सुबह से ही लम्बी लम्बी लाइन लगी हुई थी लेकिन अस्पताल में पर्चा बनाने वाला व्यक्ति सुबह दस बजे तक अस्पताल में ही नहीं पंहुचा। इसी दरम्यान एक मीडिया कर्मी अस्पताल में पहुंच गया तो देखा कि एक कर्मचारी अस्पताल में बैठकर शराब पी रहा है।

तभी उस व्यक्ति को देखकर ही अस्पताल कर्मी ने बीयर डस्टबिन में डाल दी और अन्य साथियों के साथ मिलकर  उसके साथ अभद्रता करते हुए उसका कैमरा भी छीन लिया और वहा पर मौजूद मरीज और तीमारदारों ने बहुत मुश्किल से उसका कैमरा बापिस कराया गया। जब इस पूरे मामले के बारे में मुख्यचिकत्सा अधिकारी अजय अग्रवाल से बात की गयी तो पहले तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई। लेकिन जब ज्यादा पूछा गया तो मुख्य चिकत्सा अधिकारी मामले की जांच करा कर दोषी और शराबी अस्पताल कर्मियों पर कार्यबाही की बात कह रहे है।

(रिपोर्ट आर. बी. द्विवेदी , एटा )  

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