राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम में धूम्रपान छोड़ने वाले लोग हुए सम्मानित

लखनऊ–स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन होटल सिलवेट में किया गया। इस कार्यशाला का उदघाटन जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश द्वारा किया गया |

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा तंबाकू केवल व्यक्ति को नहीं समाज को भी नुकसान पहुंचाता है | आज कल तंबाकू का बहुत अधिक उपयोग बढ़ गया और इसके दुष्परिणाम को देखते हुए राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की आवश्यकता पड़ी |जिलाधिकारी ने कहा सूबे व जिले में तंबाकू विभिन्न रूपों जैसे बीड़ी, गुटखा, सिगरेट आदि रूपों में प्रचलित है | तंबाकू उत्पादों पर नियन्त्रण के लिए कोटपा अधिनियम, 2003 लागू किया गया है |

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कहा – हमारा उद्देश्य लखनऊ को तंबाकू मुक्त बनाना है | विभिन्न विभागों व समाज के सम्मानित व्यक्तियों के सहयोग से ही हम उद्देश्य को प्राप्त कर पाएंगे |किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया पूरे देश में 12 करोड़ तथा प्रदेश में 2.5 करोड़ लोग धूम्रपान करते है | तंबाकू से सिर्फ व्यक्ति को नुकसान ही होता है | सिगरेट का हर कश व्यक्ति की आयु को कम करता है |

तंबाकू से 40 तरह के कैंसर व 25 तरह की जानलेवा बीमारियां होती हैं | बीड़ी, सिगरेट के सेवन से फेफड़ों संबंधी तथा तंबाकू, गुटखा के सेवन से ओरल कैंसर होने की संभावना अधिक होती है | इस अवसर पर तंबाकू छोड़ने वाले लोगों को जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित भी किया गया।

honored people
Comments (0)
Add Comment