स्पोर्ट्से डेस्क — 43 साल बाद विश्व कप में पदक जीतने के इरादे से उतरी भारतीय हॉकी टीम शानदार प्रदर्शन करते हुए दक्षिण अफ्रीका को 5-0 से हराकर बुधवार को जीत के साथ अपने अभियान आगाज किया।
अब तक एकमात्र 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम को इस बार खिताब के प्रबल दावेदारों में माना जा रहा है। विश्व रैंकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज कोच हरेंद्र सिंह की टीम ने अपेक्षा के अनुरूप शुरूआत करते हुए 15वीं रैंकिंग वाली दक्षिण अफ्रीका को पूरे 60 मिनट मैच में वापसी का मौका ही नहीं दिया।
आठ बरस बार अपनी मेजबानी में विश्व कप खेल रही भारतीय टीम के लिये कलिंगा स्टेडियम पर हजारों की तादाद में जमा दर्शकों की हौसलाअफजाई ने मानों टॉनिक का काम किया। पूल सी के इस मैच में भारत के लिये सिमरनजीत सिंह (43वां और 46वां मिनट), मनदीप सिंह (10वां मिनट), आकाशदीप सिंह (12वां मिनट) और ललित उपाध्याय (45वां मिनट) ने गोल दागे।
पहले क्वार्टर में ही भारत ने अपनी बढ़त दुगुनी कर ली, जब 12वें मिनट में आकाशदीप ने बेहतरीन फील्ड गोल किया। दूसरे क्वार्टर में भी दक्षिण अफ्रीकी टीम भारत के डिफेंस को भेदने में नाकाम रही। भारत को 19वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया जबकि 27वें मिनट में नीलाकांता शर्मा ने गोल करने का सुनहरा मौका गंवा दिया। हार्दिक ने सर्कल के भीतर उन्हें गेंद सौंपी लेकिन वह चूक गए।
ब्रेक के बाद भारत को 34वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत फिर गोल नहीं कर सके। तीसरे क्वार्टर के आखिरी दो मिनट में भारत ने दो गोल करके अपनी बढत और मजबूत कर ली। सिमरनजीत ने 43वें मिनट में और इसके दो मिनट बाद ललित ने गोल किया।
मनदीप अकेले गेंद लेकर दाहिने फ्लैंक से दौड़े और सिमरनजीत को सर्कल के भीतर उम्दा क्रास दिया जिसने गेंद को गोल के भीतर डिफ्लैक्ट करने में कोई चूक नहीं की। इसके दो मिनट बाद आकाशदीप के मूव पर ललित ने गोल करके भारत को 4-0 की बढत दिला दी।
आखिरी क्वार्टर में भारत को पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला। इस पर सिमरनजीत ने दक्षिण अफ्रीकी गोलकीपर रासी पीटर्स को छकाकर रिबाउंड पर गोल दागा। दक्षिण अफ्रीका को मैच का एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर 42वें मिनट में मिला जिस पर गोल नहीं हो सका।