फर्रुखाबाद —हिंदू-मुस्लिम भेद-भाव भुला नगर की धरती पर एक साथ एक ही मंच के नीचे 106 जोडेे एक – दूसरे के हो गए। एक तरफ गायत्री मंत्र के साथ हिंदू जोड़ो का विवाह हो रहा था तो दूसरी ओर कुरान की आयतों के साथ मुस्लिम जोडे़ एक दूसरे के साथ होने वाले निकाह को कबूल फरमा रहे थे।
इस अद्भुत नजारे के गवाह सैकड़ों क्षेत्रवासियों के साथ-साथ नामी-गिरामी हस्तियां भी बनी। नगरपालिका परिषद अध्यक्ष व उनके पूर्व एमएलसी पति की ओर से आयोजित दसवें सामूहिक विवाह समारोह (सेवावृत अनुष्ठान) में रामचरित मानस की चौपाई ‘चली संग लै सखी सयानी, गावत गीत मनोहर बानी’, फिर चरितार्थ होते दिखी। 103 कन्याओं ने एक साथ वरमाला डाली, तो दृश्य देखने लायक था। दुल्हन बनी गरीब बहनों को आशीर्वाद देने के लिए जिलाधिकारी व एसपी सहित वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे। करतल ध्वनि व वेदमंत्रों के साथ मांगलिक कार्य संपन्न हुए। तीन निकाह भी पढ़ाए गए। विवाह के लिए 103 मंडप सजाए गए थे। जिसमें पालिकाध्यक्ष वत्सला अग्रवाल व उनके पति पूर्व एमएलसी मनोज अग्रवाल की ओर से भेंट किए गए उपहार भी सजाकर रखे गए थे। हर मंडप में पूजन सामग्री उपलब्ध कराई गई। इसके अलावा तीन मुस्लिम जोड़ों के निकाह भी पढ़ाए गए। मंच पर सभी 106 दूल्हों को एक साथ बैठाए जाने के बाद दुल्हनों को बुलाकर जोड़े से बैठाया गया। गणेश वंदना के साथ मांगलिक कार्यक्रमों का शुभारंभ हुआ। इसके बाद मंच से वेद मंत्रों का उच्चारण कर विवाह की रस्म पूरी कराने का क्रम शुरू हुआ। जिलाधिकारी मोनिका रानी, एसपी मृगेंद्र सिंह, सीडीओ अपूर्वा दुबे, एडीएम, एएसपी व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
मनोज व वत्सला अग्रवाल ने उपहार स्वरूप नव विवाहित जोड़ो को बिस्तर, सिलाई मशीनम गैस सिलेंडर, कुर्सी-मेज, डिनर सेट, पायल, नथुनी, मंगल सूत्र, बेड, मेकअप किट, बाक्स, बर्तन सहित कई घरेलू सामान भी दिया।
रिपोर्ट – दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद