अलीगढ़– अलीगढ में हिन्दू महासभा का हिन्दू नव वर्ष को लेकर अपने कार्यालय पर हवन यज्ञ कार्यक्रम किया गया । हिन्दू नव वर्ष को लेकर हिन्दू महासभा ने एक विवादित कैलेंडर भी जारी किया गया है, जिसमे ताजमहल को तेजो महालय मंदिर,
मुस्लिमो के पवित्र तीर्थ मक्का को मक्केश्वर महादेव मंदिर , मध्यप्रदेश के धार स्थित कामिल मौला मस्जिद को भोजशाला, काशी की ज्ञानवापी मस्जिद को काशी विश्वनाथ मंदिर ,कुतुबमीनार को विष्णु स्तम्भ , जौनपुर की अटाला मस्जिद को अटला देवी मंदिर दिखाया गया है।
हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय सचिव महंत डॉ पूजा शकुन पांडे ने बताया कि आज हमारे हिन्दू नव वर्ष का प्रारम्भ है। आज हमने हिन्दू राष्ट्र के संकल्प के साथ इस यज्ञ का आयोजन किया। जो भी हमारी धार्मिक धरोहरों को मुसलमानो ने कब्जा कर के मस्जिद बना दिया उनको वापस हिन्दुओं को सौंपा जाए। चाहे मक्का मदीना हो या ताजमहल। इन सात हिन्दुओं की धरोहरों को हिन्दुओं को वापस किया जाए। हमने इतिहासकार से बात कर के ही ये कैलेंडर बनाया है। मक्का जो है वो मक्केश्वर महादेव है ,यह जगह गुरु शुक्राचार्य ने भगवान शिव का मक्केश्वर महादेव का मंदिर बनाया। वहां पर जल चढ़ाया जाता है। किसी भी मस्जिद पर जल नहीं चढ़ाया जाता। मुसलमान था ही नहीं। भाइयों से बोलना चाहती हूँ की वो लोग सनातन धर्म में आएं। मेने अपने देश के मुसलमानो की बुद्धि शुद्धि की प्रार्थना की है।
इतिहासकार बीपी सक्सेना ने पूजा शकुन पांडे की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि इतिहास की दृष्टि से ये कैलेंडर सही है।
(रिपोर्ट- पंकज शर्मा , अलीगढ )