बहराइच– जिला अस्पताल में बुखार , डायरिया व अन्य रोगों से जहां एक तरफ बीते पचास दिनों में 80 से ऊपर मासूमों की मौत के लेकर विपक्षी दल लगातार सरकार पर हमलावर हैं तो वही दूसरी और प्रदेश सरकार के मंत्री अपने बयानों से अपनी ही सरकार के सामने मुश्किलें खड़ी करने से बाज नही आ रहे हैं ।
इसी कड़ी में ताजा बयान प्रदेश के श्रम व सेवायोजन व जिले के प्रभारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का है । जिसमे उन्होंने जिला अस्पताल में लगातार हो रही मासूमों की मौत के लिये उनके परिजनों को ही जिम्मेदार ठहराते हुये । डॉक्टरों को क्लीनचिट दे दी । प्रदेश के श्रम मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री भी है । आज वो यहां पर केंद्र सरकार की और से शुरू की गयी आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ करने आये थे । कार्यक्रम के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान जब मीडिया कर्मियों ने उनसे जिला अस्पताल में लगातार हो रही मासूमों की मौत के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने इसके लिये मृत बच्चो के परिजनों को ही जिम्मेदार ठहरा दिया । उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल में सारी सुविधाएं मौजूद हैं । परिवार के लोग बच्चो की तबियत खराब होने पर झोलाछाप व प्राइवेट डॉक्टरों को दिखाते हैं । और जब उनकी हालत मरणासन्न हो जाती है तब उन्हें लेकर जिला अस्पताल आते हैं ।
इसके लिये कही न कही वो खुद ही जिम्मेदार है । इतना ही नही उन्होंने ये कहते हुये सरकार का बचाव किया कि हर साल बच्चों की मौत होती है । लेकिन इस साल कम हुयी है । एक तरफ जहां मासूमों की मौत से परिजन सदमे में हैं वही दूसरी और सरकार के जिम्मेदार मंत्री का ये बयान उनकी संवेदनहीनता को साफ दर्शा रहा है ।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)