पर्यटन नगरी हिमाचल में एक बार फिर से बारिश ने तबाही मचा दी है। यहां कांगड़ा जिले के खनियारा इंद्रूनाग में शुक्रवार को बादल फटने के बाद बाढ़ से हालात हो बन गए है। बादल फटने से धर्मशाला और खनियारा को जोड़ने वाला पुल बह जाने से गांव का संपर्क कट गया। बारिश के बाद भारी मात्रा में मलबा सड़कों पर आ गया और सभी रास्ते जाम हो गए।
मलबे और पानी के तेज बहाव में कई दुकानें भी चपेट में आ गईं और भारी नुकसान हुआ है। हालांकि गनीमत ये रही कि इस आपदा में किसी भी तरह की जान हानि की कोई खबर नहीं है। उधर बाढ़ से हालात बनने के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया है और राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। बादल फटने के बाद जैसे ही घुरलू नाले का जलस्तर बढ़ा दुकानदार दुकाने बंद करके जान बचाकर भाग गए। पानी इतना था कि देखते ही देखते इसने बाढ़ का रूप धारण कर लिया और गाडिय़ां, ट्रांसफार्मर इसमें समा गए है।
नाले से लगती सड़कों, घरों और दुकानों को भारी नुकसान हुआ है। खनियारा और धर्मशाला को जोड़ा पुल भी पूरी तरह से क्षत्रिग्रस्त हो गया है। जिसके बाद लोगों की आवाजाही का रास्ता बंद हो गया। वहीं अचानक आई बारिश के बाद बड़ी संख्या में बच्चे अपने स्कूलों में फंस कर रह गए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार कई मकानों, दुकानों को नुकसान भी हुआ है। फिलहाल अंतिम सूचना मिलने तक प्रशासनिक अमला मौके के लिए रवाना हो चुका था।
मौसम विभाग की माने तो प्रदेश में छह दिनों तक मौसम खराब रहने की संभावना है। इस दौरान प्रदेश के कई भागों में बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 4 और 5 सितंबर के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 24 घंटों के दौरान नगरोटा सुरियां में 32, भराड़ी 27, बलद्वाड़ा 26, मेहरे 23, बिझड़ी 22, गोहर और बिलासपुर 13-13, भोरंज 9 और नाहन में 3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
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