हरदोई — उत्तर प्रदेश में भाजाप सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए अपने नाकारा अफसरों को निर्देशित किया था
लेकिन हरदोई में योगी की स्वास्थ्य सेवाएं इमरजेंसी में हैं। यहां बिजली ना होने से मरीज बिलबिला रहे हैं और हाथ वाले पंखे को ढलते हुए व्यवस्थाएं सुधारने की सरकार और सिस्टम से गुहार लगा रहे हैं।
तस्वीरों में जिला अस्पताल के अंधेरे की तस्वीरें स्वास्थ्य सेवाओं में छाए अंधेरे की कहानी बयां करती हैं। यहां जिला अस्पताल में घंटों से बिजली गुल है जिसका खामियाजा पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती मासूम छोटे-छोटे बच्चे उठा रहे हैं। वही पीडिया ट्रिक आईसीयू वार्ड में अंधेरे में मोबाइल की रोशनी सारी इमरजेंसी सेवाओं की बदहाली की दास्तान बयां करती है। वही जिला अस्पताल की सभी इमरजेंसी सेवाओं में बिजली ना होने की वजह से अंधेरा कायम है और मरीज तीमारदार गर्मी की उलन से परेशान है।
छोटे बच्चे के तीमारदार मोहम्मद फहीम का कहना है कि हम शाहाबाद से इलाज कराने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र में आए हैं यहां लाइट की बहुत दिक्कत है 5:30 बजे से पोषण पुनर्वास केंद्र की बत्ती गुल है पानी और मच्छरों की दिक्कत है कोई कर्मचारी सुनता नहीं है पंखा डुला कर समय काट रहे हैं वही सीएमएस एके शाक्य का कहना है मन्ना पुरवा से आने वाली लाइन में कुछ फाल्ट हो जाने की वजह से विद्युत आपूर्ति बाधित है सही कराने का प्रयास किया जा रहा है हर जगह बिजली लाने का प्रयास किया जा रहा है।
बताते चलें कि इमरजेंसी सेवाओं में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति किए जाने का निर्देश है लेकिन बिजली विभाग और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण गंभीर मरीजों को बिजली जाने के कारण होने वाली समस्या के रहते काफी समस्याएं हो रही हैं क्योंकि पीडियाट्रिक, पोषण पुनर्वास केंद्र, और इमरजेंसी अति संवेदनशील वार्ड है जहां बिजली जाने पर मरीज की जिंदगी से खिलवाड़ होता है।
(रिपोर्ट-सुनील अर्कवंशी,हरोदई)