बस्ती – योगी सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने के लाख दावे क्यो न कर रही हो लेकिन इसकी असल सच्चाई कुछ और ही है। योगी के राज में स्वास्थ्य महकमें की सबसे बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिले में डाक्टरों ने शवों का पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया है। वही दूसरी तरफ परिजनों का आरोप है कि अब लाशों का पोस्टमार्टम कुत्ते और बिल्ली कर रहे है।
स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते जिले में 72 घंटे से लाशो का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है। इतना ज्यादा समय बीत जाने के कारण कई लाशे तो सड़ भी चुकी है। जिससे लाश ले जाने वाले परिजनो को काफी परेशान का सामना करना पड़ रहा है। इस पूरे मामले पर ना तो जिलाधिकारी बस्ती सुशील कुमार मौर्या और ना ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जी.एल कुशवाहा कुछ भी बोलना को तैयार है। और ना ही किसी भी मीडिया कर्मी का फोन उठा रहे है।
बस्ती जिले के पोस्टमार्टम हाउस पर लगभग 4 दिनों से कई लाशे रखी हुई हैं। लेकिन डॉक्टरों द्वारा PM ना करने से परिजन काफी नाराज हैं यहां तक 4 दिनों से रोज दौड़-दौड़ के लाश लेने के लिए परिजन आ रहे हैं, लेकिन PM नहीं हो रहा है। वही परिजनों ने आरोप लगाया कि यहां लाश रखने की कोई व्यवस्था नहीं है चूहे, बिल्ली और कुत्ते हमारे लाशों का पीएम कर रहे है। हैरान कि बात तो यह है कि बस्ती जिले के प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री ही है।
(रिपोर्ट- अमृल लाल, बस्ती)