महोबा — शादी की खुशियों को उस वक्त ग्रहण लग गया,जब शहर के नारूपुरा में आयोजित शादी समारोह की एक रस्म में ताबड़तोड़ हुई हर्ष फायरिंग की चपेट में आकर तीन मासूम घायल हो गये है।जहां चिंताजनक हालत में एक बालक को इलाज के लिये डाक्टरों ने कानपुर रेफर कर दिया है।
जिस घर में शादी की रस्म चल रही थी वहां से एक तहरीर यहां स्थानीय पुलिस को दी गयी है । हर्ष फायरिंग को लेकर जहां कोर्ट सख्त है वही पिछले दिनों हर्ष फायरिंग से प्रदेश में कई दुःखद घटनायें भी हुई है इसके बाद पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कड़ा रूख अख्तियार किया है।यही नहीं पिछले दिनों इसको गम्भीरता से लेते हुये सूबे के पुलिस के मुखिया को फरमान जारी किया कि हर्ष फायरिंग में शामिल लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाये। बावजूद इसके वैवाहिक समारोह से लेकर खुशियों से सम्बन्धित आयोजनों में हर्ष फायरिंग रोके नही रूक रही है। परिणिति यह है कि जब तब हर्ष फायरिंग को लेकर आने वाली खबरे दुःखद रूप में ही सामने आती रही है।
बता दें कि शहर के नारूपुरा में हर्ष फायरिंग में शादी समारोह के खुशियों भरे माहौल को विषाद कर दिया। हर्ष फायरिंग से निकली गोली की चपेट में आकर 3 बालक घायल हो गए। घायलों में नारूपुरा मोहल्ला के हीरालाल का 12 वर्षीय पुत्र आदर्श, दुर्गा प्रसाद का 11 वर्षीय पुत्र पुष्पेन्द्र और इसी मोहल्ले के निवासी वद्री के 11 वर्षीय पुत्र आशीष हर्ष फायरिंग के दौरान घायल हो गए।
हालांकि तीनों गम्भीर रूप से घायल है लेकिन इनमें 12 वर्षीय आदर्श की हालत काफी चिंताजनक बतायी जा रही है।आनन-फानन में घायलों को यहां से जिला अस्पताल इलाज के लिये भर्ती कराया गया। लेकिन आदर्श की हालत चिंताजनक देखते हुये यहां जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे उपचार के लिये कानपुर रेफर कर दिया है। उधर पुलिस को इस मामले की तहरीर दी गयी है तहरीर के आधार पर पुलिस हर्ष फायरिंग में शामिल आरोपियों की तलाश कर रही है। लेकिन खबर लिखे जाने तक पुलिस के हाथ खाली थे।
(रिपोर्ट-तेज प्रताप,बलिया)