हरदोई — उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ के हुए एक कार्यक्रम में प्रशासन की लपरवाही के चलते वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली एक छात्रा 24 घंटे के अंदर दुनिया छोड़कर चली गई.
कक्षा नौ की छात्रा की कार्यक्रम के बाद घर पहुंचने पर तबियत अचानक खराब हो गई. आनन-फानन में परिजन उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां शुक्रवार सुबह छात्रा की मौत हो गई.
दरअसल, कोतवाली शहर क्षेत्र के आशा नगर मोहल्ले के रहने वाले नरेश चंद शर्मा की बेटी सुप्रिया शर्मा पिहानी चुंगी स्थिति आर्य कन्या पाठशाला में कक्षा नौ की छात्रा थी. परिजनों के अनुसार गुरुवार सुबह आठ बजे सुप्रिया स्कूल गई थी, जहां से उसे अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर जिला प्रसाशन द्वारा आयोजित ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम में जीआईसी में ले जाया गया.
कार्यक्रम स्थल पर तेज धूप में घंटों बैठने के बाद सुप्रिया जब घर लौटी तो उसे तेज बुखार आ गया. सुप्रिया की लगातार तबियत बिगड़ती देख परिजन रात में उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल भर्ती कराया जहां शुक्रवार तड़के सुबह सुप्रिया की मौत हो गई.
उधऱ सुप्रिया की मौत के बाद पिता ने जिला प्रशासन को इसका जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए बताया कि कार्यक्रम में तेज धूप थी,पानी का कोई इंतजाम नहीं था, जिसकी वजह से उसकी तबियत खराब हो गई.वहीं रिकार्ड बनाने की वाहवाही लूटने वाले जिलाधिकारी पुलकित खरे अब बदइंतजामी और लापरवाही के आरोपों के बाद खुद पल्ला झाड़ रहे हैं.