हापुड़ः उत्तर प्रदेश के हापुड़ जनपद की तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर में पीएम मोदी के गंगा ( Ganga ) को शुद्धिकरण और निर्मल करने का सपना लॉकडाउन में साकार होता नजर आ रहा है। तीर्थ नगरी गढ़मुक्तेश्वर की गंगा ( Ganga ) का जल निर्मल, शुद्ध और पीने योग्य हो गया है जिसकी जनपद में तारीफ हो रही है। लॉकडाउन के दौरान गढ़ गंगा में जो नजारा देखने को मिला वह काफी अचंभित करने वाला था।
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पूरी तरह से निर्मल हुई गंगा
गढ़ गंगा ( Ganga ) का जल पूरी तरह से निर्मल और शुद्ध हो चुका है, गंगा का जल जहां आचमन करने योग्य नहीं था। वहां पानी आज मोती की तरह चमकता दिखाई दे रहा है। गंगा आचमन करने आने वाले लोग आज गंगा के जल को आसमान नहीं बल्कि पीने योग्य मान रहे हैं और यहां गंगा के जिन घाटों पर गंदगी का अंबार लगा रहता था लेकिन लॉकडाउन के चलते आज कही भी ऐसा देखने को भी नही मिल रहा है और अब विश्राम घाट हो,गऊघाट हो या ध्रुव घाट हो सभी पर साफ और स्वच्छ जल देखने को मिल रहा है ।
बता दे की कोरोना वायरस से फैली महामारी को रोकने के लिए देश के पीएम मोदी द्वारा लॉकडाउन में लोगों से घरों में रहने की अपील की गई है, जिस कारण देश की जनता अपने अपने घरों में है और लॉकडाउन का पालन कर रही है।
शुद्ध और पीने योग्य हुआ गंगा का पानी
यही वजह है कि हापुड़ की गढ़ गंगा में कोई भी श्रद्धालु और स्थानीय निवासी गंगा ( Ganga ) स्नान करने नहीं जा रहा है और ना ही गंगा में कूड़ा कचरा डाल रहा है, जिसके कारण गंगा का जल इस समय शुद्ध और पीने योग्य हो गया है। गंगा जल शुद्ध और पीने योग्य होने का कारण एक यह भी है कि गंगा के पास से होकर गुजरने वाली फैक्ट्री भी इस समय बंद पड़ी है जिस कारण गंगा तक प्रदूषण नहीं पहुंच पा रहा है ।
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(रिपोर्ट- विकास कुमार, हापुड)