प्रतापगढ़ — सूबे में बेसिक शिक्षा के सुधार के तमाम प्रयासों के बावजूद शिक्षा के क्षेत्र में कोई सुधार होता नही दिख रहा है। गुरु जी जीरो तो बच्चे कैसे बनेंगे हीरो। गुरु जी का अद्भुत ज्ञान तब सामने आया जब डीएम मार्कण्डेय शाही लक्ष्मणपुर ब्लाक मुख्यालय स्थित मिडिल स्कूल अचानक पहुच गए, तो हेडमास्टर जय प्रकाश ने कहा गुड ऑफ्टर नून सर।
डीएम ने जांचा गुरु का ज्ञान, ब्लैक बोर्ड पर गुड ऑफ्टर नून की स्पेलिंग लिखने के दौरान हेड मास्टर के पसीने छूट गए और सही स्पेलिंग नही लिख सके तेरह और सत्रह का पहाड़ा सुनाने की बात पर गुरु जी ने बताया कि हम गणित के टीचर नही है। इसके बाद तमिलनाडु, पंजाब और नागालैंड की राजधानी के बारे में पूंछने पर गुरु जी का अजब गजब ज्ञान सुनकर डीएम का सर चकरा गया। साल दो हजार दस में जिस गुरु जी को राज्यपाल ने शिक्षा के क्षेत्र में उम्दा मानते हुए सम्मानित किया था वो है जय प्रकाश।
जय प्रकाश के ज्ञान से आप का भी सर चकरा जाएगा।जय पंजाब की राजधानी चंदौली तो तमिलनाडु की राजधानी पंजाब और नागालैंड की राजधानी कश्मीर बताई। गुरुजी के सहायक रामदीन भी कुछ कम नही तेरह का पहाड़ा तो सुना दिए लेकिन सत्रह का पहाड़ा नही सुना पाए, अब ऐसे में छात्रों ज्ञान भी जांचा गया तो कोई छात्र 77, 78, 69 में कौन संख्या बडी है नही बता पाया। जिलाधिकारी ने गुरुजी को निलंबित करने का निर्देश बीएसए को दिया। बताया जाता है कि गुरु जी विद्यालय देर से आना और विना छुट्टी के गायब रहना गुरु जी का है सगल।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ़)