लखनऊ –– देश भर से जीएसटी के पहले तिमाही के नतीजे आ गए है.जिमसें उत्तर प्रदेश ने देश के दूसरे विकसित राज्यों से कहीं बेहतर प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान प्राप्त किया है.इसी सूची में महाराष्ट्र टॉप पर है,
दरअसल प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, वाणिज्य कर आरके तिवारी ने बताया कि हमें लग रहा था कि जीएसटी लागू होने के बाद राजस्व की हानि करीब 25 से 30 फीसदी होगी. लेकिन जिस तरह से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया चल रही है, उसमें हम बेहतर कर रहे हैं.महाराष्ट्र से भी मामूली अंतर से पीछे हैं.पीछले तीन महीनों में उत्तर प्रदेश को 4 लाख नए पंजीकरण के आवेदन मिले. उत्तर प्रदेश अब तक जीएसटी को लेकर कुल पंजीकरण 12 लाख पार कर चुका है.
बता दें कि जीएसटी लागू होने से पहले उत्तर प्रदेश करीब 7.30 लाख के पास पंजीकरण थे. जो अब बढ़कर लगभग 12 लाख का हो गये है. उन्होंने कहा कि जिनका टर्नओवर 20 लाख से कम होगा वे जीएसटी से बाहर जा सकते हैं. सबके प्रयास से हमारी प्रगति आशा से बेहतर है.और आने वाले वक्त में छोटे व्यापारियों को कागज़ी कार्रवाई कम करनी पड़ेगी.वहीं डेढ़ करोड़ से कम टर्नओवर वालों को 3 माह में एक बार रिटर्न भरना होगा. कई और सेक्टर में भी जीएसटी काउंसिल विचार कर रहा है.