ग्राम प्रधान पति की मनमानी के चलते हुआ सरकारी पैसों का बन्दरबांट

फर्रूखाबाद--विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र की ग्रामसभा नसरतपुर में प्रधान की मनमानी के चलते सरकार के पैसे का बन्दरबांट कर दिया गया है। जिला प्रशासन द्वारा जिन शौचालयों का रुपया लोगो को दिया गया उससे अपने चहेतों के घरों में बने शौचालयों को दोबारा से रंगरोगन कराकर रुपया निकाल लिया गया है।

वही गांव की गलियों में रोशनी के लिए जो लाइट दी गई वह भी लोगो के घरों पर लगी देखी जा सकती है।गांव के प्रधान तबुसुम बेगम के पिता नूरआलम गांव की प्रधानी करते है।जिसका उदाहरण यह है जिन लोगो ने मकान बनाये है उन्होंने गली में लगे बिजली के खम्भो को अंदर कर लिया है जिससे आसानी से बिजली चोरी की जा सके।गांव में प्रधानमंत्री आवास जिन गरीबो को मिलने चाहिए थे उनको नही दिए गए जिसका मुख्य कारण यह कि आवास लेने से पहले उनके पास घूस देने के लिए पैसा नही है।उसी वजह से ग्राम सचिव व प्रधान ने मिलकर अपने चहेतों को आवास आवंटन कर दिए है।जो गरीब है वह सरकारी आवास का हकदार होता है लेकिन प्रधान की मनमानी चरम सीमा पर चल रही है।जिससे गांव का विकास पक्ष विपक्ष की तरह हो रहा है।गांव में सफाई किस चीज का नाम है यह किसी को नही पता है।इस गांव में एक ऐसा परिवार है जो कई वर्षों से पालीथिन डालकर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा है।उस गरीब के पांच वेटिया व एक बेटा है।मजदूरी करके अपना परिवार पाल रहा है।उससे ग्राम प्रधान 20 हजार मांग रहा कि तभी कालोनी मिलेगी।जब गांव के विकास कार्यो को लेकर प्रधान तबुसुम बेगम से बात की गई कुछ भी बोलने से माना कर दिया ।

सरकार की सफाई योजना को ग्राम प्रधान पलीता लगा रहे है।गंगा के किनारे गांव होने से ओडीएफ 2012 की गाइड लाइन सर्वे से हो चुका है,लेकिन अधिकारियों की आंखों में धूल झोंककर कोई विकास कार्य नही दिखाई दे रहा है। वही सीडीओ अपूर्वा दूवे ने बताया कि गांव में यदि घपलेबाजी प्रधान और सचिव में मिलकर की है उसके लिए एक जांच टीम लगाकर उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जायेगी।

(रिपोर्ट-दिलीप कटियार, फर्रूखाबाद)

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