नई दिल्ली– राज्यसभा में तीन तलाक बिल पर गुरुवार को सरकार और विपक्ष के बीच हुई तीखी बहस के बाद सरकार के पास इस बिल को पास कराने का आज आखिरी मौका होगा, क्योंकि शुक्रवार को राज्यसभा का शीत सत्र संपन्न हो जाएगा।
तीन तलाक बिल को लेकर गुरुवार को भी राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस का कहना है कि वो महिला सशक्तिकरण के लिए इस बिल के पक्ष में है, लेकिन सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए उसने कहा कि इस बिल को संशोधन के लिए सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए। राज्यसभा में एनडीए के पास संख्या बल कम होने के चलते इस बिल के इसी सत्र में पास होने के आसार कम ही हैं। इस बीच कांग्रेस ने अपने राज्यसभा सांसदों को आज सदन में मौजूद रहने के लिए व्हिप भी जारी किया है।
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस नेता और सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बिल सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाए। आजाद ने कहा कि तलाकशुदा के लिए कानून बने और पति को जेल भेजने का प्रावधान गलत है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार यह कहे कि पति को जले जाने पर वो परिवार को खर्च देगी तो समर्थन मिल सकता है। वहीं, सत्ता पक्ष के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि यह प्रस्ताव बिल पेश किए जाने के 24 घंटे पहले लाया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि विधेयक में जमानत का प्रावधान है। जेटली ने कहा कि बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजे जाने की आवश्यकता नहीं है।