बहराइच – प्रदेश सरकार ने सरकारी अस्पतालों में तैनात चिकित्सकों के नर्सिंगहोम संचालन पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसे में चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बावजूद चिकित्सक सरकार के निर्देशों का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
इसकी एक बानगी जनपद बहराइच में देखने को मिली जहां पर पड़ोसी जनपद श्रावस्ती के जिला अस्पताल में तैनात सरकारी डाक्टर अपने घर पर बिना लाइसेंस के नर्सिंग होम का संचालन कर रहे थे। इसकी शिकायत मिलने पर जिलाधिकारी के निर्देश पर आज सिटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी कर अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम को सीज करते हुये डाक्टर के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिये पत्र लिखा है।
शहर के कोतवाली देहात अंतर्गत सिविल लाइंस इलाके में श्रावस्ती के संयुक्त जिला अस्पताल में फिजीशियन के पद पर तैनात डॉ. अरविंद द्वारा अरसे से क्लीनिक और नर्सिंगहोम संचालित किया जा रहा है। यहां पर भर्ती होने वाले मरीजों से मनमानी उगाही भी की जाती थी। इसकी शिकायत अरसे से स्वास्थ्य व प्रशासनिक अधिकारियों से हो रही थी। सोमवार को देर शाम को नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप यादव ने कोतवाली देहात के प्रभारी निरीक्षक आलोक राव के साथ दबिश दी।
क्लीनिक के चिकित्सक डॉ. अरविंद नहीं मिले। लेकिन क्लीनिक से सटे नर्सिंगहोम में 14 मरीज भर्ती मिले। सभी ने फिजीशियन डॉ. अरविंद द्वारा इलाज किए जाने की पुष्टि की। मरीजों के बयान दर्ज करने के बाद नगर मजिस्ट्रेट ने डॉ. अरविंद को कई बार कॉल किया, लेकिन वह क्लीनिक पर नहीं आए। इस पर भर्ती मरीजों को एंबुलेंस बुलवाकर जिला अस्पताल भेजकर भर्ती करवाया गया। वहीं डॉ. अरविंद के क्लीनिक व नर्सिंगहोम में नगर मजिस्ट्रेट ने सरकारी ताला लगा दिया।
नगर मजिस्ट्रेट प्रदीप यादव ने बताया की सिविल लाइन इलाके में एक डॉक्टर जिनका नाम अरविंद है इनके और से अवैध रूप से नर्सिंग होम के संचालन की शिकायत मिली थी । जिसके बाद छापेमारी की गई है । मौके पर इसके संचालन के लिये वैध कागजात नही मिले । इसपर नर्सिंग होम को सीजकर आगे की कार्यवाही की जा रही है।