बहराइच– दुकान में आग लगने से गंभीर रुप से झुलसे भाई का इलाज कराने आए युवक को जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक ने जमकर पीटा। युवक की अकारण हुई पिटाई से तीमारदारों में आक्रोश फैल गया।
घटना की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। सीएमएस ने मामले में जांच कराने की बात कही है। आरोपित चिकित्सक पर पहले भी कई गंभीर आरोप लगते रहे है। अस्पताल में तैनाती के बावजूद निजी नर्सिंग होम चलाने वाले इस चिकित्सक का नर्सिंग होम भी तत्कालीन डीएम ने सीज करा दिया था। नगर कोतवाली क्षेत्र के नई बस्ती निवासी नसीम की कृषि फार्म हाउस के सामने बैट्री व इन्वर्टर की दुकान है। शुक्रवार को दुकान में रखे इनवर्टर में ब्लास्ट होने के चलते दुकान में आग लग गई। आग की चपेट में आकर नसीम गंभीर रुप से झुलस गया। आनन-फानन में परिवारीजन उसे लेकर अस्पताल भागे। अस्पताल में झुलसे भाई को स्ट्रेचर से ओटी में ले जाने के दौरान आपातकालीन कक्ष के सामने चिकित्सक डॉ. आरके वर्मा को स्ट्रेचर लग गया। इसी बात से चिकित्सक आग बबूला हो गए और तीमारदार को पीटना शुरू कर दिए। पीड़ित लगातार मांगता रहा, लेकिन चिकित्सक उसे बेरहमी से पीटता रहा। चिकित्सक की दबंगई देख अन्य मरीजों के तीमारदारों में आक्रोश फैल गया। लोगों का आक्रोश देख वे मौके से गायब हो गए। इससे पहले भी आरोपित चिकित्सक पर तीमारदार की पिटाई के आरोप लगते रहे है।
सरकार से वेतन के रुप में मोटी रकम लेने वाले आरोपित चिकित्सक निजी नर्सिंग होम भी चला रहे थे, उस समय की तत्कालीन डीएम माला श्रीवास्तव के निर्देश पर छापेमारी के दौरान अवैध रूप से नर्सिंग होम चलता पाये जाने पर उसे सीज कर दिया गया था । इस मामले पर सी एम एस डी के सिंह का कहना है कि हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ. आरके वर्मा द्वारा तीमारदार की पिटाई किए जाने के मामले की शिकायत मिली है। जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
(रिपोर्ट-अनुराग पाठक, बहराइच)