इलाहाबाद– उत्तर प्रदेश में सहायता प्राप्त हाईस्कूल और इंटर कॉलेज में अस्थाई व्यवस्था के तहत कार्यरत तदर्थ टीचरों को जल्द ही नियमित कर दिया जाएगा। नए साल में उनको नियमित करने की प्रक्रिया पूरी होगी। इस दिशा में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के प्रस्ताव को योगी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।
नये साल में एक हजार से अधिक तदर्थ टीचरों को सरकारी नौकरी मिल जाएगी। बता दें कि लगभग डेढ़ दशक पहले उत्तर प्रदेश में सरकारी सहायता प्राप्त हाईस्कूल व इंटर कॉलेजों के लिए तदर्थ शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। लंबे समय से यह खुद को नियमित किए जाने की मांग कर रहे हैं जिनमें कुछ शिक्षकों को नियमित किया जा चुका है।
हलांकि बड़ी संख्या में अभी भी तदर्थ शिक्षक विद्यालयों में अस्थाई व्यवस्था के तहत पढ़ा रहे हैं, जिन्हें अब नियमित किया जाएगा। अब तक 800 हुये सरकारी उत्तर प्रदेश में सहायता प्राप्त हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों में शिक्षकों की कमी पूरा करने के लिए अस्थाई व्यवस्था के तहत सन 1993 से 2001 के बीच 1921 तदर्थ शिक्षक नियुक्त हुए थे। इनमें से अब 800 शिक्षक नियमित किए जा चुके हैं। नियमित हुये शिक्षकों की नियुक्ति सपा सरकार में हुई थी और पिछले साल 22 मार्च को इस बाबत अधिसूचना जारी कर 800 शिक्षकों को नियमित कर दिया गया था। उसी अनुक्रम में अब भाजपा सरकार बचे हुए शिक्षकों को भी स्थाई करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। 1121 शिक्षक होंगे नियमित मौजूदा समय में लगभग 1121 शिक्षक अभी भी अस्थाई व्यवस्था के तौर पर टीचर का कार्य कर रहे हैं। इन्हें नए साल पर सरकारी नौकरी का तोहफा दिया जायेगा। इस बाबत माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश इलाहाबाद के सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि तदर्थ शिक्षकों को नियमित करने की सभी अड़चनें दूर हो गई है। वैधानिक प्रक्रिया के तहत सभी कार्यवाही को पूर्ण कर लिया गया है । नियमितीकरण का प्रस्ताव पूर्व ही भेजा जा चुका था, जिसे अब योगी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। अधिसूचना जारी होने के बाद सभी तदर्थ शिक्षकों को नियमित कर दिया जाएगा।