न्यूज डेस्क — बिहार में मशहूर खगड़ा मेले की शुरुआत हो चुकी है।किशनगंज जिले का खगड़ा इलाका रेड लाइट एरिया के तौर पर फेमस है। पूरी तरह सज-धज कर तैयार इस इलाके में मेला देखने आने वाले लोगों को लुभाने के लिए युवतियों और महिलाओं ने खास तैयारी भी कर ली है।
सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात यह है कि सब कुछ खुलेआम होने के बावजूद पुलिस अब भी बेखबर बनी हुई है। दरअसल समाज में वैश्यावृत्ति को हमेशा से बदनामी का दलदल कहा जाता है। आम तौर पर इस दलदल में जो लड़की एक बार फंस गई, वह वापस नहीं आती।
हम बात कर रहें है किशनगंज के खगड़ा की जहां कदम पड़ते ही तकदीरें बदल जाया करती हैं। इनके अंधेरे, कमरों में जबरन लाई गई मासूम लड़कियों की धुंधली होती उम्मीदें जहां परास्त हो जाती हैं। इन खत्म होती जिन्दगी के बीच प्रसिद्घ खगड़ा मेले का आगाज होते ही सेक्स वर्कर्स सज-धज कर अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए आ रही हैं। इन सब के बावजूद प्रशासन की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी ये होता आया है। पुलिस ने मेले के समय खगड़ा रेडलाइट एरिया में छापेमारी भी की और लड़कियों को देह-व्यापार में लगे दलालों के चंगुल से मुक्त भी कराया। लेकिन आज हालात बदले नजर आ रहे हैं। पुलिस ने अबतक इस दिशा में कोई कठोर कार्रवाई नहीं की है। जिससे जिस्म का सौदा करने वालों का हौसला बुलंद है।
कई प्रदेशों से मंगाई जा रही हैं लड़कियां
यूं तो हर वक्त सेक्स वर्कर रेड लाइट एरिया में रहती हैं। लेकिन खगड़ा मेला के वक्त इनकी संख्या में दोगुना इजाफा हो जाता है। सूत्रों कि माने तो मेला देखने आने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए नेपाल से लेकर, पूर्णिया के और पश्चिम बंगाल के विभिन्न रेडलाइट एरिया से भी लड़कियों को मंगाया जा रहा है। हालांकि इस बारे में आरक्षी अधिक्षक रंजीत मिश्रा ने कहा कि पहले भी छापेमारी अभियान चलाया गया था। और एक बार फिर सूचना मिलने पर छापेमारी की जाएगी।