फर्रुखाबाद— भारत देश की संस्कृति पूरे विश्व मे प्रसिद्ध है।लेकिन देश के चन्द देवी- देवताओ के ठेकेदार लोगो के अंदर भूत-प्रेत का भय पैदा करके अपनी-अपनी दुकानें चला रहे हैं।इसी का जीता जगता उदाहरण आज फर्रुखाबाद के मेला रामनगरिया में देखने को मिला।
दरअसल माघ मेला रामनगरिया पांचाल घाट गंगा तट पर लोगो की समय-समय पर होने वाली परेशानियों और बीमारियों को भूत-प्रेत देवताओ का साया बताकर लोगो से पैसा ऐंठते है।कभी अरदास लगाने के नाम पर कभी उनके ऊपर से उतारने के नाम पर उनका हवन आदि कार्यो के नाम पर जमकर आडम्बर फैला रहे है।यदि देवी-देवता मनुष्य के शरीर के अंदर जीवित रहते प्रवेश करने लगते तो जमीन पर देवताओ को अवतार लेने की आवश्यकता नही पड़ती।
लोगो का अंधविश्वास यह तक है कि जब घर में कोई बीमार हो जाता है तो डॉक्टर को न दिखाकर झाड़ फूक करने वालो के पास जाते है। जिससे मरीज के अंदर की बीमारी और अधिक बढ़ जाती है। जबकि शास्त्रों के अनुसार ग्रह गड़बड़ होने के चलते मनुष्य के जीवन मे कुछ समय के लिए परेशानियां आती है। लेकिन अंधविश्वास के कारण भूत भगाने वालो के चक्कर मे पड़कर अपना कीमती समय बर्बाद करते रहते है।
वहीं कामाख्या देवी से पधारे नागा साधू का कहना है कि देवी देवता लोगो के शरीर में प्रवेश नही करते । बल्कि समाज को भृमित करने के लिए इस प्रकार के भृम फैलाए जाते है।उन्होंने यह चैलेंज किया है यदि कोई झाड़ फूक करने वाला सही है तो वह समाज के अंदर फैले भ्रस्टाचार को खत्म करके दिखाए।नही तो समाज मे आडम्बर न फैलाये।नागा साधू ने कहा मेरी सरकार से भी अपील है कि इस तरह के तंत्र मंत्र का ढोंग करने वालो को तत्काल जेल भेजने का प्रावधान तैयार कर ले जिससे समाज को बचाया जा सके।
(रिपोेर्ट-दिलीप कटियार,फर्रुखाबाद)