प्रतापगढ़ — गाय और गौरक्षा के नाम पर सत्ता में आई भाजपा सरकार की गौशाला योजना की हकीकत बयान करती यह तस्वीर है प्रतापगढ़ जनपद के आसपुर देवसरा थाना परिसर की।
जहां पर दो दिन से थाना कोतवाली में बिना किसी जुर्म के इन बेजुबान पशुओं को सजा दी गई है। इन बेजुबान बैलो का कसूर केवल इतना है कि इन्होंने गौमाता की कोख से जन्म लिया, जिसकी सजा पुलिस प्रशासन द्वारा इनको दी जा रही है।
दरअसल दो दिन पहले आसपुर देवसरा पुलिस ने एक ट्रक में बीस बैलों को पकड़ा जिसमें से तीन बैलों की मौत भूख प्यास से हो गई। उससे भी बड़ी बात यह है कि आज इस थाना परिसर में तहसील के एसडीएम भी पहुंचे थे, लेकिन इन्होंने इस हृदय विदारक दृश्य को देखने की भी जरूरत नहीं समझी। मृत बैलों में दो की सुबह ही मौत हो गई थी जबकि एक ने शाम को तड़प तड़प कर मौत की आगोश में समा गया। आला अधिकारी चुनाव की तैयारी में मस्त हैं और ये बेजुबान बेमौत काल के गाल में समा जा रहे हैं।
अब देखना यह है कि राम नाम और गौरक्षा की राग अलापने वाले सत्ताधारी दल की आंखें कब खुलती है या सिर्फ कागज पर ही पचास लाख के गौशाला का निर्माण करा दिया गया और वहां खाने पीने की सारी व्यवस्थाएं कर दी गई हैं इसकी हकीकत किसी से छिपी नही है। अगर सरकार की घोषणा सही है तो हकीकत की गवाही देती यह तस्वीरें आपके सामने हैं। जिले शासन की तरफ से नियुक्त गौप्रेमी भी इस ओर ध्यान देने को तैयार नही।
(रिपोर्ट-मनोज त्रिपाठी,प्रतापगढ)