स्पोेर्ट्स डेस्क — लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे ओपनर गंभीर ने एक बार फिर टीम इंडिया के दरवाजे पर दस्तक दे दी है.गंभीर ने शानदार फॉर्म का भी संकेत दे दिया है. दरअसल रणजी ट्राफी के सेमीफाइनल में दिल्ली और बंगाल के बीच खेले गए मुकाबले में दिल्ली ने बंगाल को पारी और 26 रन से करारी शिकस्त देकर रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनायी.
टीम को फाइनल तक पहुंचाने में गंभीर का अहम रोल रहा.इस मुकाबले में गौतम गंभीर ने युवा कुणाल चंदेला(शतक) के साथ मिलकर दूसरे दिन यहां तीन विकेट पर 271 रन बनाकर टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया. इस दौरान गंभीर (127) ने अपना 42वां शतक जमाया. इन दोनों ने पहले विकेट के लिये 232 रन की साझेदारी करके दिल्ली को शानदार शुरूआत दी थी.इसी के साथ गंभीर ने एक बार फिर चयनकर्ताओं को अपनी ओर ध्यान खींचने पर मजबूर कर दिया है.
गंभीर ने अपनी 216 गेंद की पारी में 21 चौके लगाये और अपनी क्लास का एक बार फिर से नमूना पेश किया. इस सीज़न गौतम गंभीर का बल्ला एक बार फिर से पुराने रंग में नज़र आ रहा है.वहीं मध्य प्रदेश के साथ खेले गए पिछले मुकाबले में ही उन्होंने दूसरी पारी में शाननदार 95 रन बनाए थे.इससे पिछले महीने में भी उन्होंने कर्नाटक के खिलाफ खेलते हुए बेजोड़ 144 रन बनाए थे. जबकि उसके एक मैच पहले ही गंभीर ने 86 रनों की उम्दा पारी खेली थी.
गौतम गंभीर किस ओहदे के बल्लेबाज़ हैं, इसे लेकर किसी को भी शक नहीं है. साथ ही अब उनकी बल्लेबाज़ी फॉर्म भी उनका साथ दे रही है. जिससे ये उम्मीदें बढ़ गई हैं कि अब टीम इंडिया में उनकी वापसी की उम्मीद की जा सकती है. आने वाले साल में भारत को विदेश में कई सीरीज़ खेलनी हैं. जिसे देखते हुए गौतम गंभीर को तीसरे ओपनर के रूप में टीम के साथ जोड़ा सकता है. विदेशी दौरों पर अकसर गंभीर ने अपने प्रदर्शन से लोहा मनवाया है.
बता दें कि गंभीर को आखिरी बार साल 2016 में भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला था. जिसमें वो महज़ एक अर्धशतक ही जमा पाए थे. साल 2014 से अब तक उन्हें टीम इंडिया के लिए ज्यादा समय नहीं मिला. इस दौरान उन्होंने देश के लिए महज़ 3 टेस्ट मुकाबले ही खेले हैं.वहीं वनडे में वो आखिरी बार साल 2013 में टीम के साथ नज़र आए थे.
लेकिन एक समय था जब गौतम गंभीर टीम इंडिया के सबसे सफल ओपनर बल्लेबाज़ों में गिने जाते थे. गौतम ने साल 2004 में देश के लिए पहली बार टेस्ट मुकाबला खेला जिसके बाद से वो भारत के लिए साल 2012 तक टेस्ट, वनडे और टी20 टीम का हिस्सा रहे.गंभीर का टेस्ट और वनडे देश के लिए प्रदर्शन भी शानदार रहा है.
उन्होंने देश के लिए 58 टेस्ट मुकाबलों में 42 के औसत से 4154 रन बनाए हैं. जिसमें 9 शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं. वहीं वनडे में उन्होंने 40 के औसत से पांच हज़ार से अधिक रन बनाए हैं. इतना ही नहीं वो दो बार विश्वकप जीतने वाले टीम के एक सफल सदस्य भी रहे हैं.अब गंभीर की फॉर्म को देखकर ये संकेत मिल रहे हैं कि शायद वो एक बार फिर से टीम इंडिया में दस्तक के लिए तैयार हैं.