न्यूज़ डेस्क–गैंगस्टर अनिल दुजाना ने शुक्रवार को बागपत से आई मंगेतर पूजा से जिला अदालत परिसर में ही मंगनी कर ली।कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना कोर्ट परिसर में पेशी के लिए पहुंचा था।
यह पेशी इस लिहाज से खास रही क्योंकि यहां सज-धजकर उसकी मंगेतर भी पहुंची। दोनों ने कुछ लोगों की उपस्तिति में एक-दूसरे को सगाई की अंगूठी पहनाई और फिर कोर्ट की अनुमति से शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए।
नोएडा जेल में बंद जिले के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना से सगाई करने उसकी मंगेतर शुक्रवार को सजधज कर जिला अदालत पहुंची थी। यहां अनिल दुजाना महाराजगंज जेल से पेशी पर आया था। दोनों ने कोर्ट कैंपस में ही एक-दूसरे को अंगूठी पहनाई। अदालत से अनुमति लेने के बाद दोनों ने एक शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए। जिला अदालत में अनिल दुजाना के वकील जितेंद्र भाटी ने इसकी पुष्टि की है।
जितेंद्र भाटी ने बताया कि अनिल दुजाना शुक्रवार को महाराजगंज जेल से गौतमबुद्ध नगर की जिला अदालत में पेशी पर आया था। इसी दौरान बागपत की रहने वाली उसकी मंगेतर अपने परिवार के साथ सजधज कर सगाई के लिए कोर्ट में पहुंची। अदालत से अनिल दुजाना के शादी के शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कराने की अनुमति मांगी गई। शपथ पत्र में लिखा था कि लड़की और अनिल एक दूसरे को लगभग एक साल से जानते हैं और शादी करना चाहते हैं।
अधिवक्ता ने दावा किया कि अनुमति मिलने के बाद शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को अंगूठी पहनाई। इस दौरान दोनों पक्षों के लोग भी मौजूद रहे। अनिल दुजाना व अन्य बड़े अपराधियों की पेशी के दौरान पुलिस जिला अदालत में मौजूद रहती है। अनिल दुजाना के शुक्रवार को पेशी पर आने के दौरान शादी व मंगनी करने की सूचना पर पुलिस के सीनियर अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें वहां पहुंचने के बाद अदालत की अनुमति से हस्ताक्षर कराने की की जानकारी हुई।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता पंकज दुबे ने बताया कि अदालत परिसर में मंगनी या शादी समेत अन्य कार्यक्रम बिना अदालत की अनुमति से नहीं हो सकते। अगर किसी अपराधी को सजा हो चुकी है तो ऐसे अपराधी को इस तरह की अनुमति नहीं मिल सकती। अनिल दुजाना के मामले में वकील की तरफ से शपथ पत्र पर कोर्ट से अनुमति ली गई है, लेकिन इसमें कोर्ट परिसर में किसी आयोजन की अनुमति नहीं है।