लखनऊ– ठगों के रैकेट ने केजीएमयू में वीआईपी कोटे से एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर तेलांगना के एक युवक से “25 लाख ऐंठ लिए, जबकि यहां ऐसा कोई कोटा ही नहीं है। दो महीने बाद भी दाखिला न मिलने पर युवक ने छानबीन की तो पता चला कि अर्जुनगंज निवासी युवक एक एमएलसी और निजी मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक की मिलीभगत से रैकेट चला रहा है।
इस पर पीड़ित ने मंगलवार को एसएसपी से शिकायत की, जिस पर उन्होंने केस दर्ज कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
तेलांगना निवासी युवक ने NEET दिया था, लेकिन नंबर कम आए। इसी बीच अर्जुनगंज निवासी युवक ने फोन किया। उसने खुद को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का सदस्य बताया और केजीएमयू में वीआईपी कोटे में दाखिला दिलाने की बात कहकर लखनऊ बुलाया। केजीएमयू का नाम सुनकर पीड़ित ने हामी भर दी और जून में यहां आ गया।
फोन करने वाले ने उसे एक निजी मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक से मिलवाया और हजरतगंज में अपने दफ्तर भी ले गया। वहां 25 लाख रुपये मांगे। पीड़ित के मुताबिक, इसके बाद वह वापस तेलांगना गया। वहां खेत गिरवी रख रुपयों का इंतजाम किया और एक सप्ताह बाद आकर पूरी रकम दे दी। पीड़ित ने एसएसपी को बताया कि रकम देने के दो महीने बाद भी दाखिला न मिला। रुपये वापस मांगने पर फोन करने वाला टालता रहा। संदेह पर छानबीन शुरू की। पता चला कि फोन करने वाला युवक बड़े रैकेट का सदस्य है, जो कम मेरिट वालों को जाल में फंसाते हैं। इस रैकेट के शिकार दो युवक आत्महत्या भी कर चुके हैं।